देहरादून 16 मई। उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा के लिए कराए गए रजिस्ट्रेशन ने पिछले सालों के आंकड़ों को पीछे छोड़ दिया है. मंदिर के कपाट खुलने के बाद हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं, जिसमें ज्यादा भीड़ के कारण कुछ अव्यवस्थाओं की तस्वीर भी सामने आ रही हैं. ऐसे में भारी भीड़ को देखते हुए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन को बुधवार और गुरुवार को बंद करने का फैसला लिया गया है. वहीं दर्शन के लिए ऑनलाइन कराए जाने वाले रजिस्ट्रेशन अभी भी जारी रहेंगे. ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए श्रद्धालुओं को हरिद्वार और ऋषिकेश जाना पड़ रहा था. चारों धामों में जरूरत से ज्यादा भीड़ वहां गए हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है. प्रशासन की ओर से इसी भीड़ को देखते हुए कुछ दिनों के लिए वीआईपी दर्शन को भी रोका गया है.
चारधाम यात्रा को उत्तराखंड आ रहे हैं, तो बिना ऑनलाइन पंजीकरण कराए यात्रा शुरू करने से परहेज करें। क्योंकि ऑफलाइन पंजीकरण में भीड़ का सामना करने के साथ ही पंजीकरण हो पाए, ये पक्का नहीं है।चार धाम यात्रा में ऑनलाइन पंजीकरण 22 जून तक पूरी तरह फुल है। अब ऑनलाइन पंजीकरण 22 जून के बाद के ही हो रहे हैं। ऋषिकेश और हरिद्वार में ऑफलाइन पंजीकरण गुरुवार को भी बंद रहेंगे। शुक्रवार से ऑफलाइन पंजीकरण शुरू किए जाने को गुरुवार को फैसला लिया जाएगा।केदारनाथ धाम पहुंचने को हेली सेवा का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो पहले टिकट कंफर्म कराएं। इसके साथ ही एडवांस में होटल की बुकिंग कराना भी न भूलें। दिल्ली समेत दूसरे सभी राज्यों से दर्शन को उत्तराखंड आने पर यदि ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कराया गया है, तो हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है। ऑफलाइन पंजीकरण प्रतिदिन प्रतिधाम के अनुसार सिर्फ एक हजार ही है। इस एक हजार ऑफलाइन पंजीकरण में सभी का नंबर आना मुश्किल है, ऑफलाइन पंजीकरण केंद्रों में भीड़ कहीं अधिक उमड़ रही है। ऐसे में ऑनलाइन पंजीकरण न होने पर हरिद्वार में ऑफलाइन पंजीकरण केंद्र में भीड़ के बीच भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। किसी भी तरह का पंजीकरण न होने की स्थिति में होटल समेत टैक्सी, हेली बुकिंग तक निरस्त करवानी पड़ सकती हैं। इसीलिए पंजीकरण के साथ ही धामों में होटल,धर्मशाला, होम स्टे की बुकिंग भी कंफर्म कराएं। ऐसा न होने पर ठंड में खुले आसमान के नीचे रात बितानी पड़ सकती है। यात्रा में अपने साथ खाने और पानी का इंतजाम भी लेकर चलें। बीच रास्ते में जाम के दौरान दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य सही न होने यात्रा से परहेज करें।
अनुमान के मुताबिक, इस साल चार धाम में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या में 44 फीसदी की बढ़त हुई है. गढ़वाल प्रशासन के मुताबिक, चार धाम यात्रा के लिए अब तक 26 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन कराए जा चुके हैं.
इन विकल्पों में करा सकते हैं पंजीकरण
चार धाम यात्रा में आने से पहले श्रद्धालु अपना पंजीकरण सुनिश्चित करें। पंजीकरण करने के बाद होटल, धर्मशाला, होम स्टे की बुकिंग सुनिश्चित कराएं। बुकिंग सुनिश्चित होने के बाद ही चार धाम यात्रा को शुरू करें। पंजीकरण registrationandtouristcare uk. gov.in पर करा सकते हैं। इसके साथ ही व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर यात्रा टाइप कर भी पंजीकरण हो सकता है। इसके अलावा टोल फ्री नंबर 1035-1364 और touristcareuttarakhand ऐप डाउनलोड कर भी पंजीकरण कराया जा सकता है। हेलीकॉप्टर से यात्रा को heliyatra. irctc. co. in से टिकट बुक कराएं। फर्जी वेबसाइट से टिकट बुक कराने से बचें।
इन नंबरों पर करें संपर्क
चार धाम यात्रा से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी लेने को पर्यटन विभाग की ओर से जारी नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है। इसके लिए पर्यटन विभाग ने 0135-1364 के साथ ही 0135-2559898 और 0135-2552627 पर संपर्क कर जानकारी ली जा सकती है। सड़कों पर जाम से लेकर दूसरी जानकारियों के लिए उत्तराखंड पुलिस के फेसबुक पेज से भी सम्पर्क किया जा सकता है।