संभल 25 नवंबर। संभल शहर की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दाखिल वाद के आधार पर सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर की टीम पहुंची तो संभल में बवाल हो गया। रविवार सुबह अचानक टीम के आने पर जुटी भीड़ मस्जिद में दाखिल होने कोशिश करने लगी। रोकने पर पुलिस पर पथराव कर दिया। हिंसक हुई भीड़ ने सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ कर दी और आग लगा दी। इसी बीच फायरिंग भी शुरू हो गई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। बवाल में घिरकर पांच लोगों की मौत हो गई। कई अधिकारियों समेत दर्जनों लोग घायल हुए हैं। तनाव को देखते हुए संभल में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी रात भर डटे रहे. सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. जरूरतमंद लोग ही घर से बाहर निकल रहे हैं. इस बीच डीआईजी मुरादाबाद मुनिराज जी. ने अफसरों के साथ जामा मस्जिद और आसपास के इलाकों का जायजा लिया.
बता दें कि संभल में रविवार को उस समय तनाव फैल गया था जब कोर्ट के आदेश पर शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए टीम सुबह 7.30 बजे पहुंची थी. डीएम, एसपी की मौजूदगी में सर्वे हो रहा था. करीब 11 बजे जब सर्वे खत्म हुआ. इस बीच सर्वे से नाराज उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. दो से तीन ग्रुप ने चारों तरफ से पथराव किया. फायरिंग और आगजनी की घटना में तीन से चार गाड़ियां फूंक दी गईं. इस बवाल में SP और सीओ सहित करीब 20 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे. जिस पर पुलिस ने बल प्रयोग किया. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फोर्स ने आंसू गोले छोड़े और प्लास्टिक बुलेट का इस्तेमाल किया.
हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि: डीआईजी मुनिराज जी. ने संभल हिंसा में 5 लोगों की मौत की पुष्टि की है. मृतकों में नईम, बिलाल और नोमान शामिल हैं. पुलिस ने तनाव फैलाने में शामिल दो महिलाओं सहित करीब 21 लोगों को पुलिस हिरासत में लिया है. डीआईजी मुरादाबाद मुनिराज जी ने लोगों से शांति व्यवस्था की अपील की है.
इनकी गई जान
मोहल्ला कोट तवेला निवासी नईम (35)
फतेहऊनला सराय निवासी विलाल (22)
इनके अलावा संभल के हयातनगर निवासी रोमान (40)
तुर्तीपुर इला निवासी कैफ (19) और कोट गर्दी निवासी अयान (19) की भी मौत हुई है।
बताते चले कि संभल में बवाल के बाद इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. कक्षा नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूल कॉलेज भी बंद करने के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा 1 दिसंबर तक संभल में बाहरियों के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है. डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया के मुताबिक बताया कि सिर्फ संभल तहसील में 24 घंटे इंटरनेट बंद करने के आदेश दिए गए हैं.
जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए रविवार को एडवोकेट कमीशन रमेश राघव, हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, अधिवक्ता गोपाल शर्मा, प्रिंस शर्मा, विष्णु शर्मा पहुंचे थे. वहीं जामा मस्जिद के सदर जफर अली के अलावा मस्जिद कमेटी से जुड़े लोग भी साथ रहे. जबकि मौके पर डीएम डॉक्टर राजेंद्र सिंह पेंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई सहित भारी तादाद में पुलिस फोर्स मौके पर तैनात थी.
हिंदू पक्ष ने संभल के चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दावा पेश किया है। हिंदू पक्ष का कहना है कि मंदिर पृथ्वीराज चौहान के शासन से पहले बना था, जबकि मस्जिद मुगलकाल में मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मस्जिद टीले पर बनी है। किसी मंदिर को तोड़कर नहीं बनाई गई है। 19 नवंबर को हिंदू पक्ष द्वारा दावा पेश करने के दिन ही न्यायालय ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया। उसी दिन कोर्ट कमिश्नर ने मस्जिद पहुंचकर सर्वे भी किया था। करीब दो घंटे तक वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई थी। कोर्ट कमिश्नर 29 नवंबर को न्यायालय में रिपोर्ट पेश करेंगे। सर्वे के बाद से जामा मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। जुमे की नमाज के दौरान शहर को छावनी में तब्दील कर दिया था, जिससे शांतिपूर्वक नमाज अदा हुई। रविवार की सुबह कोर्ट कमिश्नर दोबारा सर्वे करने पहुंचे तो बवाल शुरू हो गया।
हिंसा पर एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई का कहना है कि पुलिस को टारगेट बनाकर पथराव किया गया. कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. उनके भी पैर में चोट लगी है. इसके साथ ही पुलिसकर्मियों की गाड़ियों को निशाना बनाया गया है. पास ही दूसरी बाइक और अन्य गाड़ियां खड़ी थीं लेकिन उपद्रवियों ने उनको नुकसान नहीं पहुंचाया. कहा कि माहौल खराब करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे. इन सभी की शिनाख्त कर NSA के तहत कार्रवाई की जाएगी.
संभल के सांसद जियाउर्रहमान रहमान बर्क ने हालात पर चिंता जताई है. सांसद ने X पोस्ट पर लिखा है ‘ मैं सम्भल की आवाम से शांति की अपील करता हूं. हालात को जानकर बहुत दुखी हूं. जो भी जान माल का नुकसान हुआ है, यकीनन उसकी भरपाई नहीं की जा सकती. अभी ये फ़ैसला आख़िरी फ़ैसला नहीं है. उम्मीद करता हूं, इस देश की बड़ी अदालतों से और पार्लियामेंट से जो इंसाफ करेंगी.’