गाजीपुर 12 मार्च। मऊ जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र खिरिया कांझा से लड़की पक्ष के लोग शादी समारोह के लिए गाजीपुर के महाहर धाम जा रहे थे। मिनी बस में सभी बराती सवार होकर सोमवार को 12 बजे के बाद रवाना हुए। अभी बस गाजीपुर जनपद के मंदिर से कुछ दूरी पर पहुंची थी कि अचानक हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गई और बड़ा हादसा हो गया। शादी की सारी खुशियां पल भर में मातम में बदल गईं। बताया जा रहा कि बस पर कुल 40 लोग सवार थे। गाजीपुर के मरदह क्षेत्र के महाहरधाम के पास बारात की एक मिनी बस में मिनी बस में 11 हजार वोल्ट के हाईटेंशन तार छूने से आग लग गई है। देखते ही देखते बस आग का गोला बन गई। आग इतनी भयावह थी कि कोई भी आग बुझाने के लिए बस के करीब जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका।
मऊ जिले के थाना रानीपुर के अंतर्गत खिरिया ग्राम सभा से नंदू सरोज की बेटी खुशबू की बारात गाजीपुर के माधवपुर के रहने वाले रामायन सरोज के बेटे तेज बहादुर सरोज से तय थी। यह शादी गाजीपुर मरदह ब्लॉक के प्रसिद्ध शिव मंदिर महारे में होनी थी, जहां पर दोनों पक्षों को एकत्रित होना था। इसी मंदिर में दोनों पक्ष की मौजूदगी में शादी होनी थी।
शादी के लिए नंदू सरोज अपनी बेटी खुशबू सरोज और अपने रिश्तेदारों समेत गाजीपुर के मरदह ब्लॉक स्थित मंदिर के लिए बस में सवार होकर निकले थे। मंदिर से कुछ दूरी पहुंचने के बाद बस के ड्राइवर ने शॉर्टकट के चक्कर में मुख्य रास्ते को छोड़कर नवनिर्मित रास्ते को पकड़ लिया जिस पर की आगे बिजली की हाई टेंशन तार बस के बराबर आ गई ड्राइवर ने बस को आड़े तिरछे निकालने के चक्कर में हाई टेंशन तार से टकरा दिया जिसमे की बस में आग लग गई और उसमें सवारो के झुलसने की जानकारी मिल रही है।
28 वर्षीय पूजा पत्नी गोविंद और उसका चार वर्षीय बच्चा दिव्यांशु निवासी ओनहाइच थाना सरायलखंसी, 35 वर्षीय मीरा पत्नी अमरजीत तथा 16 वर्षीय नैंसी पुत्री दिनेश कुमार निवासी खिरिया कांझा थाना रानीपुर का उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है।
वही गांव वालों और प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस जब पगडंडी पर उतरी थी तब कुछ लोग उतर गए थे जिसके कारण उनकी जान बच गई। वही दुल्हन खुशबू की सहेली ममता सरोज का कहना है कि वह भी उसे बारात में जाने वाली थी खुशबू उसके साथ कक्षा चार से पढ़ रही थी इस साल उसने इंटरमीडिएट फाइनल का एग्जाम दिया था और खुशबू ने उसे शादी में चलने के लिए आखिरी समय तक जिद किया था लेकिन ममता सरोज ने आगे बताया कि भाई ने आखरी समय में उसे खुशबू की शादी में जाने से मना कर दिया जिससे वह अपनी सहेली के साथ शादी में नहीं जा पाई वह अपने भाई के मना करने को खुशकिस्मती मानती है की उसके मन करने के कारण उसकी जान बच गई।
सीएम योगी समेत तमाम बड़े नेताओं ने इस भीषण हादसे पर दुख जताया है. फिलहाल, जांच के आदेश दे दिए गए हैं. मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया गया है. घायलों का उपचार निशुल्क किया जाएगा.