मुंबई 21 सितंबर। हिमाचल प्रदेश के मंडी में अवैध मस्जिद मामले के बाद अब मुंबई के धारावी से भी ऐसा ही केस सामने आया है. जानकारी के मुताबिक धारावी में महबूब-ए-सुबानिया मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ने को लेकर इलाके में तनाव हो गया है. बीएमसी यहां अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए आई थी, लेकिन उसे विरोध का सामना करना पड़ा.
मुस्लिम समुदाय ने जमकर नारेबाजी की और बीएमसी की गाड़ियों पर पत्थरबाजी भी की. बता दें, मुंबई के धारावी में 90 फीट रोड पर एक 25 साल पुरानी सुबानिया मस्जिद है. आज शनिवार को बीएमसी ने उसके कुछ निर्माण को अवैध बताते हुए गिराने के लिए पहुंच गई. इससे मुस्लिम समाज में रोष फैल गया और विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया. इन लोगों का कहना है कि यह मस्जिद बहुत पुरानी है. वहीं, हालात को संभालने के लिए भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है.
बताते चले कि 25 साल पुरानी सुभानिया मस्जिद को अनाधिकृत बताते हुए बीएमसी द्वारा गिराया जाना है, लेकिन लोग इसका विरोध कर रहे हैं. मुस्लिम समाज के लोग बीती रात से ही सड़कों पर बैठकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मुस्लिम समाज के लोगो का कहना है कि यह मस्जिद बहुत पुरानी है, इसलिए इसे नहीं तोड़ा जाना चाहिए. ऐसे में बीएमसी (BMC) के अधिकारी मस्जिद तोड़ने के लिए पहुंचे, तो प्रदर्शनकारी लोगों ने उनकी गाड़ियों पर पथराव कर दिया. घटनास्थल पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिसवाले मौजूद हैं. विरोध को देखते हुए पूरे इलाके में तनाव बढ़ गया है।
बता दें, मुंबई उत्तर-सेंट्रल से कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और धारावी की इस मस्जिद को ना गिराने की बात कही. उन्होंने कहा कि इससे एक समुदाय की भावनाएं जुड़ी हैं. मुलाकात के बाद कांग्रेस सांसद ने कहा कि सीएम ने आश्वासन दिया है कि मस्जिद को तोड़ने पर रोक लगाई जाएगी. घनी आबादी वाली कॉलोनी धारावी को एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती माना जाता है.