Date: 27/12/2024, Time:

4 दिन से मरे बेटे के साथ रह रहे थे अंधे माता-पिता, जिंदा समझ मांगते रहे खाना

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हैदराबाद 30 अक्टूबर। हैदराबाद के एक 30 साल के शख्स की नींद में मौत हो गई. जिसके बाद उसके अंधे माता-पिता को नहीं पता था कि वह मर चुका है, वे चार दिनों तक शव के साथ रहे. पड़ोसियों ने दुर्गंध आने पर सोमवार (28 अक्टूबर) को पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद उन्हें बचाया गया. यह घटना ब्लाइंड्स कॉलोनी में हुई. जहां शख्स एक घर के अंदर मृत पाया गया. पुलिस ने बताया कि उसके बुजुर्ग माता-पिता, जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक थी, अर्धचेतन अवस्था में उसके शव के पास लेटे हुए थे.

प्रारंभिक जांच के अनुसार, शख्स की मौत लगभग चार से पांच दिन पहले नींद में होने का संदेह है. नागोले स्टेशन हाउस ऑफिसर ए सूर्या नायक ने बताया कि अंधे माता-पिता को नहीं पता था कि उनका छोटा बेटा मर चुका है. उन्होंने उसे भोजन और पानी के लिए पुकारने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

मामला नागोल थाना क्षेत्र का है. पुलिस ने प्राथमिक जांच के बाद बताया कि बुजुर्ग दंपत्ति ब्लाइंड हैं. ये लोग अपने 30 वर्षीय बेटे प्रमोद के साथ रहते थे. प्रदीप ही इनके लिए खाना पानी की व्यवस्था करता है. चार दिन पहले इन बुजुर्गों ने बेटे के साथ खाना खाया और तीनों सो गए. लेकिन अगली सुबह से पहले ही बेटे की मौत हो गई.

बेटे की मौत की खबर इन बुजुर्गों को नहीं थी. बुजुर्गों ने बताया कि वह चल फिर भी नहीं सकते. ऐसे में उन लोगों ने बेटे को कई बार आवाज लगाई, लेकिन प्रमोद का कोई जवाब नहीं मिला. चूंकि वह लोग दरवाजा बंद कर के सोए थे, इसलिए वह बाहर किसी से मदद भी नहीं मांग सकते थे. ऐसे हालात में दोनों बुजुर्ग दंपत्ति चार दिन भूखे प्यासे पड़े रहे. इसकी वजह से इन लोगों की भी हालत खराब होने लगी थी. पुलिस के मुताबिक पड़ोसियों की सूचना पर दरवाजा तोड़ा गया.

उस समय दोनों बुजुर्ग अचेत पड़े थे और इनके मुंह से झाग निकल रहा था. ऐसे में तुरंत इन्हें अस्पताल ले जाया गया और प्राथमिक उपचार देने के साथ नहाने धोने और खाने पीने की व्यवस्था कराई गई. पुलिस के मुताबिक प्रमोद का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. हालांकि आशंका है कि उसकी मौत सोते सोते ही हुई होगी. बुजुर्ग दंपत्ति ने बताया कि उनके दो बेटे हैं. उनका बड़ा बेटा सरूर नगर में रहता है. जबकि दूसरा बेटा प्रमोद उनके साथ रहता था.

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