नई दिल्ली 18 फरवरी। देश की राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियों में भाजपा की आय सबसे अधिक है। राजनीतिक दलों पर नजर रखने वाली संस्था एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में भाजपा को कुल 4,340.47 करोड़ रुपये की आय हुई। सभी 6 राष्ट्रीय दलों की कुल आय का 74 फीसदी से अधिक रकम अकेले भाजपा को मिली है। कांग्रेस को कुल 1225.12 करोड़ रुपये की आय हुई। एडीआर द्वारा सूचना के अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ये आंकड़ा साझा किया है। दलों ने सबसे अधिक पैसा चुनावों व प्रशासनिक मदों में खर्च किया। भाजपा ने कुल आय का सिर्फ 50.96 पैसा ही खर्च किया। कांग्रेस ने कुल आय 1225.12 करोड़ में से 83.69 खर्च कर दिया।
कांग्रेस ने सबसे अधिक 619.67 करोड़ रुपये चुनावों में जबकि प्रशासनिक और अन्य मदों में कुल करीब 340.702 करोड़ रुपये खर्च किया।
रिपोर्ट के अनुसार सीपीआई(एम) ने 167.636 करोड़ रुपये कुल आय घोषित की. बीएसपी की कुल आय 64.7798 करोड़ रुपये थी. आम आदमी पार्टी की कुल आय 22.68 करोड़ रुपये थी. एनपीईपी की कुल आय 0.2244 करोड़ थी.
पिछले वित्तिय वर्ष तुलना
बीजेपी की आय में 83.85% (रु 1979.629 करोड़) की वृद्धि हुई है. बीजेपी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2360.844 करोड़ रुपये आय घोषित की थी. वित्तीय वर्ष 2023-24 में पार्टी की आय बढ़कर रु 4340.473 करोड़ हो गयी.
काोंग्रेस की आय वित्तिय वर्ष 2022-23 में 452.375 करोड़ रुपये थी. 2023-24 में यह बढ़कर 1225.119 करोड़ हो गई. 170.82% प्रतिशत की वृद्धि हुई.
सीपीआई (एम) की आय वित्तीय वर्ष 2022-23 में 141.661 करोड़ रुपये थी. 2023-24 में यह राशि बढ़कर 167.636 करोड़ हो गई. करीब 18.34% यानी कि 25.975 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई.
आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और एनपीईपी की आय घटी है. 2022-23 की तुलना में 2023-24 में आम आदमी पार्टी की आय में 20.3902 करोड़ रुपये, बीएसपी की आय में 6.59 करोड़ रुपये और एनपीईपी की आय में 97.03 यानि की 7.3376 करोड़ रुपये की कमी हुई है.
बताते चले कि राष्ट्रीय दलों की आय का एक बड़ा हिस्सा इलेक्टोरल बांड से मिला. भाजपा को सबसे अधिक 1,685.63 करोड़ रुपये मिले. कांग्रेस को 828.36 करोड़ रुपये और आम आदमी पार्टी (आप) को 10.15 करोड़ रुपये मिले. इन तीनों दलों ने चुनावी बॉन्ड योजना के माध्यम से 2,524.1361 करोड़ रुपये, यानी कि अपनी कुल आय का 43.36 प्रतिशत जुटाए. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बांड को असंवैधानिक और मनमाना करार दिया था.
कहां-कहां राशि खर्च की
वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान बीजेपी ने 1754.065 करोड़ रुपये खर्च चुनाव और सामान्य प्रचार में किया. वहीं 349.718 करोड़ रुपये प्रशासनिक मद में खर्च किया.
काोंग्रेस ने सबसे अधिक व्यय चुनाव खर्च में किया. 619.672 करोड़ रुपये चुनाव खर्च में दिखाया है तो वहीं प्रशासिनक और सामान्य व्यय मद में 340.702 करोड़ रुपये खर्च किये हैं.
सीपीआई (एम) ने प्रशासनिक और सामान्य खचों पर सबसे अधिक 56.2932 करोड़ रुपये खर्च किये हैं. कर्मचारी लगात पर 47.57 करोड़ रुपये खर्च दिखाया है.
आम आदमी पार्टी और बीएसपी ने क्रमशः चुनाव खर्च और प्रचार प्रसार पर सबसे अधिक 23.47 करोड़ और 19.113 करोड़ का खर्च घोषित किया. एनपीईपी ने वित्तिय वर्ष 2023-24 के लिए 64.62 लाख रुपये खर्च करने की घोषणा की.