नई दिल्ली 29 मार्च। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने हाल ही में ई-कॉमर्स कंपनियों अमेजन और फ्लिपकार्ट के गोदामों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में 76 लाख रुपये का सामान जब्त किया गया। ये सामान कम गुणवत्ता वाले या नकली मार्क के थे, जो उपभोक्ताओं के लिए खतरनाक हो सकते थे।19 मार्च को दिल्ली के मोहन को ऑपरेटिव औद्योगिक क्षेत्र में स्थित अमेजन के गोदाम में 15 घंटे तक छापेमारी की गई। इस दौरान 3,500 से अधिक उत्पाद, जिनमें गीजर, फूड मिक्सर और अन्य बिजली उपकरण शामिल थे, जब्त किए गए। ये उत्पाद बिना सही आईएसआई मार्क के थे या इनमें नकली आईएसआई लेबल लगा हुआ था। जब्त किए गए सामान की कुल कीमत लगभग 70 लाख रुपये आंकी गई है।
वहीं, फ्लिपकार्ट के गोदाम में भी छापेमारी की गई, जिसमें इंस्टाकार्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की एक शाखा शामिल थी। यहां पर बिना आईएसआई मार्क और निर्माण की तारीख के बिना पैक किए गए स्पोर्ट्स फुटवियर की 590 जोड़ी जब्त की गई। इन फुटवियर की कीमत करीब छह लाख रुपये थी।
बीआईएस अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई उपभोक्ता संरक्षण और गुणवत्ता मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है। पिछले एक महीने में बीआईएस ने देशभर के विभिन्न हिस्सों में इसी तरह की कई छापेमारियां की हैं और कई घटिया सामान जब्त किए हैं। इन छापेमारी का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बाजार में बिकने वाला सामान गुणवत्ता मानकों के अनुरूप हो।
BIS द्वारा जारी किए गए नियमों के मुताबिक, जिन उत्पादों के लिए अनिवार्य प्रमाणन लागू है, उनके बिना लाइसेंस के बिक्री करना प्रतिबंधित है। वर्तमान में 769 उत्पादों के लिए BIS से वैध लाइसेंस या प्रमाणपत्र (COC) होना आवश्यक है, और बिना इन प्रमाणपत्रों के इन उत्पादों का निर्माण, आयात, वितरण, बिक्री, आदि करना गैरकानूनी है। यह कार्रवाई बीआईएस के गुणवत्ता मानकों के प्रति सख्त रवैया को दर्शाती है और यह उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।