नई दिल्ली 11 दिसंबर। गूगल ने भारतीय डेवलपर्स के लिए अपने मैप्स प्लेटफॉर्म पर बड़ा बदलाव किया है. अब डेवलपर्स को मैप्स, रूट्स और अन्य कई सुविधाएं बिल्कुल मुफ्त में मिलेंगी. जिसमें रूट्स, स्थान और एनवायरनमेंट एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट (एसडीके) का फ्री एक्सेस शामिल है.पहले डेवलपर्स को इन सुविधाओं के लिए काफी पैसे खर्च करने पड़ते थे. अब उन्हें बहुत कम या बिल्कुल भी पैसे नहीं देने होंगे. ये सर्विस 1 मार्च 2025 से मिलेगी.
1 मार्च, 2025 से डेवलपर्स को मंथली लिमिट तक मैप्स, रूट्स, स्थान और एनवायरमेंट प्रोडक्ट्स की सेवाएं मुफ्त में मिलेगी. इससे वो बिना किसी अपफ्रंट कॉस्ट के नजदीकी जगह और डायनामिक स्ट्रीट व्यू जैसे अल्ग-अलग प्रोडक्ट्स को आसानी से इंटीग्रेट कर पाएंगे.
6,800 डॉलर तक की वैल्यू की फ्री सरेविसेज का इस्तेमाल
गूगल मैप्स प्लेटफॉर्म के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के सीनियर डायरेक्टर टीना वेयंड ने कहा, “भारत में इसका मतलब यह है कि आज हम जो 200 डॉलर का मंथली क्रेडिट प्रदान करते हैं, उसके जगह पर डेवलपर्स जल्द ही हर महीने 6,800 डॉलर तक की वैल्यू की फ्री सर्विसेज का इस्तेमाल कर पाएंगे.”
70 लाख किलोमीटर से ज्यादा की सड़कों तक कवरेज
गूगल मैप्स प्लैटफॉर्म का भारत में उपयोग डिलीवरी से लेकर ट्रैवल ऐप बनाने में किया जाता है. वेयंड ने कहा, “भारत में हमारी कवरेज 70 लाख किलोमीटर से ज्यादा की सड़कों, 30 करोड़ इमारतों और 3.5 करोड़ बिजनेसेज और स्थानों तक फैली हुई है.”
टेक दिग्गज की ओर से कहा गया कि गूगल मैप्स प्लेटफॉर्म ने हाल ही में भारत में स्पेसिफिक प्राइसिंग की शुरुआत की है. इसमें ज्यादातर एपीआई पर 70 फीसदी तक लोअर प्राइसिुंग और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) के साथ सहयोग शामिल है, जो डेवलपर्स को चुनिंदा गूगल मैप्स प्लेटफॉर्म एपीआई पर 90 फीसदी तक की छूट प्रदान करता है.