नोएडा 27 जून। नोएडा के सेक्टर 55 के सी-ब्लॉक में आनंद ओल्ड एज होम पर गुरुवार दोपहर गोपनीय तरीके से राज्य महिला अयोग, नोएडा पुलिस और समाज कल्याण विभाग के साथ-साथ जिला प्रोविजनल कल्याण विभाग ने रेड की. रेड के दौरान ओल्ड एज होम में बुजुर्गों की दयनीय स्थिति पाई गई.
राज्य महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी भराला ने बताया कि सेक्टर-55 स्थित एक वृद्धाश्रम में यह छापेमारी की गई. उन्होंने कहा, ‘‘छापेमारी के दौरान एक बुजुर्ग महिला बंधी मिली जबकि अन्य बुजुर्गों को तहखाने जैसे कमरों में बंद किया हुआ था. पुरुषों के पास कपड़े तक नहीं थे जबकि कई महिला बुजुर्गों के शरीर पर भी आधे अधूरे कपड़े थे.’’
जिनका रेस्क्यू किया गया. इन सभी को अब सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. उन्होंने बताया कि सभी लोगों को दो से तीन दिन में सरकारी वृद्धाश्रम में स्थानांतरित किया जाएगा. बुजुर्गों की देखभाल के लिए कोई भी स्टॉफ नहीं रखा गया था. वो खुद की अपना दैनिक प्रक्रिया कर रहे थे. कई बुजुर्गों के कपड़े तक मल मूत्र से सने मिले.
वृद्धाश्रम का वीडियो वायरल
भराला ने बताया कि इसी वृद्धाश्रम का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक बुजुर्ग महिला को हाथ बांधकर कमरे में रखा गया था. उन्होंने बताया कि यह वीडियो समाज कल्याण विभाग लखनऊ के पास गया, जिसके बाद छापेमारी के निर्देश मिले. राज्य महिला आयोग की सदस्य ने बताया कि आगे की कार्रवाई पुलिस कर रही है.
हर बुजुर्ग के लिए सरकार देती है 2.5 लाख रुपये
रेड के दौरान ओल्ड एज होम में एक महिला मिली, जिसने पहले तो खुद को नर्स बताया लेकिन जब महिला से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपने आप को मात्र 12वीं पास बताया. चौंकाने वाली बात यह है कि एनजीओ, ओल्ड एज होम के नाम पर बुजुर्गों को रखने के लिए प्रति व्यक्ति ढाई लाख रुपये सरकार की तरफ से डोनेशन लेते हैं.
यही नहीं, सरकार की तरफ से खाने-पीने और रहने के लिए 6000 प्रति महीना भी दिया जाता है. इसके बावजूद 40 बुजुर्ग इस ओल्ड एज होम में नरकीय जीवन जीने के लिए मजबूर थे. इन्हें रेस्क्यू कर कर अलग-अलग सरकारी ओल्ड एज होम में शिफ्ट किया गया है साथ ही आश्रम को सील किया गया है.