हरदोई 01 मार्च। भ्रष्टाचार को लेकर वर्षो से चर्चित शाहाबाद की बैक आफ इण्डिया शाखा में देर रात भ्रष्टाचार की आखिरकार पुष्टि हो ही गयी। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में बैंक ऑफ इंडिया की शाहबाद शाखा के एक क्रेडिट अफसर को 10,000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने 28 फरवरी 2025 को इस अफसर के खिलाफ मामला दर्ज किया था. आरोप है कि बैंक अधिकारी ने एक व्यक्ति से उसकी पत्नी के ब्यूटी पार्लर के लिए 5 लाख रुपये के ऋण को मंजूरी देने के बदले 10% यानी 50,000 रुपये रिश्वत मांगी थी. यह ऋण मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना के तहत लिया जाना था.
आरोपी अधिकारी ने कथित तौर पर धमकी दी थी कि अगर रिश्वत नहीं दी गई, तो वह लोन आवेदन को अस्वीकार कर देगा. शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी अधिकारी को 10,000 रुपये की सौदेबाजी के तहत रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ लिया. इसके बाद सीबीआई ने उसे गिरफ्तार कर लिया और अब उसे लखनऊ में विशेष सीबीआई न्यायालय (एंटी करप्शन, कोर्ट नंबर 5) में पेश किया जाएगा.
सीबीआई ने कहा है कि मामले की जांच जारी है और आगे भी कई खुलासे हो सकते हैं. इस गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि बैंकिंग सेक्टर में भ्रष्टाचार कितना गहरा है और जरूरतमंद लोगों को कर्ज दिलाने के बदले रिश्वत मांगने की प्रवृत्ति अब भी बनी हुई है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना का उद्देश्य प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण देना है. इस योजना में सरकार बैंकों के माध्यम से ब्याज पर सब्सिडी देती है, ताकि युवाओं को व्यवसाय शुरू करने में मदद मिल सके. लेकिन कुछ भ्रष्ट अधिकारी इस योजना का गलत फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं. सीबीआई की इस कार्रवाई से बैंकिंग क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश गया है और लोगों में उम्मीद जगी है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई होगी.