संभल25 दिसंबर। संभल में प्राचीन बांके बिहारी मंदिर पहुंची राजस्व विभाग की टीम ने भूमि की पैमाईश शुरू कर दी है। अब अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर भी कार्रवाई जल्दी शुरू हो सकती है। बता दें कि कई वर्षों से प्राचीन बांके बिहारी मंदिर खुला पड़ा है। उसका भवन खंडहर अवस्था में है।
पूरा मामला जनपद संभल की कोतवाली चंदौसी क्षेत्र के मोहल्ला लक्ष्मणगंज का है। बीती 18 दिसंबर को जिला प्रशासन से प्राचीन बांके बिहारी मंदिर के जीर्णोद्धार को लेकर शिकायत की गई थी। साथ ही मांग की गई थी कि मंदिर के आसपास पड़ी खाली भूमि पर अवैध अतिक्रमण है। गंदगी पसरी हुई है। उसको भी साफ कराया जाए। मंगलवार की शाम को तहसीलदार धीरेंद्र सिंह लेखपाल एवं कानूनगो की एक राजस्व टीम को लेकर बांके बिहारी मंदिर पहुंचे। जहां जमीन की नपाई की गई है और मंदिर को भी देखा गया है।
बता दें कि बांके बिहारी मंदिर की 14 बीघा भूमि है। मंदिर करीब 200 से 300 गज में बना हुआ है। कुछ लोगों का कहना है की भूमि पर अवैध कब्जा है। कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। सामाजिक लोगों की इस मंदिर की कीमती भूमि पर गलत निगाह है।
चंदौसी तहसीलदार धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि इस बांके बिहारी मंदिर के हालात खंडहर अवस्था में पहुंच गए है। इसकी जमीन पर भगवान शिव के चिन्ह मिल रहे हैं। दीवारों पर सीता-राम और दीवारों पर भगवान की मूर्तियां बनी हुई हैं।
इसकी जांच कराई जाएगी कि यह कितने साल पुराना मंदिर है। किस परिस्थितियों में यह मंदिर खंडहर की अवस्था में पहुंचा है? जो इसके जिम्मेदार है उनको भी इसके परिणाम भुगतने होंगे। तहसीलदार ने बताया कि यह 1.137 हेक्टर जमीन पर बना है। यदि यहां अतिक्रमण पाया गया तो उसे भी हटाया जायेगा।