लखनऊ, 17 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कोलकाता से अयोध्या के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट का शुभारंभ किया। लखनऊ में अपने सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े सीएम योगी ने हरी झंडी दिखाकर इस सेवा का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अयोध्या आने वाले समय में देश और दुनिया में टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए सबसे प्रमुख शहर होने जा रहा है। अयोध्या वैसे भी स्थानीय श्रद्धालुओं की बहुत बड़ी संख्या है, लेकिन पूरे देश में जिस तरह की आतुरता है उसे देखते हुए श्रद्धालुओं के यहां आवागमन को सुलभ बनाने का दायित्व हमने निभाया है। इसके लिए नागर विमानन मंत्रालय ने जो काम किया है वो सराहनीय है।
सीएम योगी ने कहा कि नागरिक विमान मंत्री ज्योतिरादित्य जी और जनरल वीके सिंह जी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी पर विशेष फोकस करते हुए उसे हर संभव सहयोग प्रदान किया है। प्रधानमंत्री मोदी जी की प्रेरणा से उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने इस दिशा में बेहतरीन परिणाम सामने दिए हैं और विगत साढ़े 9 वर्ष के अंदर उत्तर प्रदेश में न केवल नए एयरपोर्ट्स आए हैं बल्कि 4 इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ उत्तर प्रदेश एयर कनेक्टिविटी की दृष्टि से एक अहम राज्य हो गया है। सीएम योगी ने कहा कि 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री जी ने अयोध्या के महर्षि बाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लोकार्पण कार्यक्रम को संपन्न किया और प्रसन्नता हो रही है कि एयरपोर्ट के उद्घाटन के साथ ही दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद के साथ वायु सेवा के उपरांत अब कोलकाता और बेंगलुरू के लिए भी एयर इंडिया एक्सप्रेस की यह वायुसेवा प्रारंभ होने जा रही है।
सीएम योगी ने कहा कि वास्तव में अयोध्या भारत की सनातन आस्था का प्रतीक तो है ही, साथ ही प्रभु श्रीराम भी हमारे धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष से जुड़े पुरषार्थ के प्रतीक हैं। अयोध्या के अंदर 500 वर्षों के एक लंबे अंतराल के बाद पूरे देश ने अपनी आस्था को अयोध्या के प्रति व्यक्त किया है। आज उसका परिणाम हमारे सामने है। 22 जनवरी 2024 को रामलला अपनी जन्मभूमि पर अपने मूर्त रूप में विराजमान होंगे। स्वाभाविक रूप से पूरे देश में अयोध्या आगमन के लिए एक उत्सुकता और आतुरता है। उनके अयोध्या आगमन के लिए क्या संभावनाएं हो सकती हैं। आज से 6 वर्ष पहले यह कल्पना थी कि अयोध्या के अंदर भी 4 लेन कनेक्टिविटी होगी। अयोध्या रेलवे लाइन के दोहरीकरण कार्य से जुड़ेगा।
अयोध्या की पवित्र सरयू नदी में क्रूज सेवा प्रारंभ होगी और अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। आज यह एक हकीकत है कि अयोध्या में यह सभी सेवाएं लोगों को प्राप्त हो रही हैं। ये सब कुछ यदि वहां हम करने में सफल हुए हैं तो इसमें प्रधानमत्री जी का मार्गदर्शन और नेतृत्व, डबल इंजन सरकार द्वारा समय पर और तेजी के साथ निर्णय लेने की सामर्थ्य और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अहम भूमिका रही है।
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही 821 एकड़ भूमि नागर विमानन मंत्रालय को उपलब्ध करा चुकी है। अभी वहां 500 यात्री एक साथ इस विमान तल का उपयोग कर सकते हैं। साथ ही 8 विमान वहां लैंड कर सकते हैं। पार्किंग की सुविधा उन्हें उपलब्ध कराई गई है। भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए जो योजना नागर विमानन मंत्रालय ने बनाई है, राज्य सरकार इस पूरे कार्यक्रम के साथ सकारात्मक सहयोग करेगी। उन्होंने खुशी जताई कि अब बेंगलुरू से अयोध्या की कनेक्टिविटी होने से अब कर्नाटक से हनुमान जी के संदेश को अयोध्या तक लाने में सुविधा होगी।
अयोध्या धाम को कोलकाता और बेंगलुरू से वायुसेवा से जोड़ने के इस कार्यक्रम में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज्य मंत्री जनरल डॉ वीके सिंह,अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह,एयर इंडिया के चीफ कॉमर्शियल ऑफिसर अंकुर गर्ग, मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश दुर्गा शंकर मिश्र एवं अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एसपी गोयल समेत एयर इंडिया एक्सप्रेस और अयोध्या के गणमान्य लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित रहे।