नई दिल्ली 02 दिसंबर। सिविल सेवा कोचिंग शिक्षक और प्रेरक वक्ता अवध ओझा सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए और पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल तथा वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की उपस्थिति में उनका स्वागत किया गया। ओझा ने कहा कि वह पार्टी की बच्चों के भविष्य पर केंद्रित विचारधारा से जुड़े हैं और उन्होंने शिक्षा के विकास को अपनी सबसे बड़ी महत्वाकांक्षा बताया।
ओझा ने पार्टी में शामिल होने के बाद कहा, ‘‘मैं अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे राजनीति के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में काम करने का मौका दिया
केजरीवाल ने कहा कि आप, शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही है और ओझा के पार्टी में शामिल होने से शिक्षा को मजबूत करने के प्रयासों में तेजी आएगी तथा इससे ‘‘हमारा राष्ट्र मजबूत होगा।” सिसोदिया ने कहा कि यह एक विशेष दिन है और ओझा शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है। दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। आप ने 2020 में 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में 62 सीट जीती थी और अब पार्टी लगातार तीसरी बार जीत की उम्मीद कर रही है।
अवध ओझा इतिहास के बड़े जानकार हैं और उसी की तैयारी भी कराते हैं. अवध ओझा का जन्म 3 जुलाई 1984 को यूपी के गोंडा में हुआ था. उनके पिता माता प्रसाद ओझा पोस्टमास्टर थे और उनकी मां वकील थीं. ओझा की शुरुआती पढ़ाई लिखाई गोंडा से ही हुई. ओझा को बचपन से आईएएस बनने का ख्वाब था. ग्रेजुएशन के बाद ओझा यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आ गए.
उन्होंने खूब तैयारी की लेकिन वो यूपीएससी क्रैक नहीं कर पाए. इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद में दोस्त की कोचिंग में पढ़ाना शुरू किया. धीरे-धीरे वो लोकप्रिय होते गए. शुरुआत में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ा लेकिन बाद उन्होंने पढ़ाने के तरीके को बदला और यही तरीका छात्रों को भा गया. अपने पढ़ाई के तरीकों की वजह से अवध ओझा सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में रहते हैं.