सहारनपुर 16 मई। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का एक बार फिर से आतंकी कनेक्शन सामने आया है. यहां के गंगोह इलाके की एक मस्जिद के इमाम को आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्तान में आतंकवादियों से संपर्क में होने के शक में उठाया है. आरोप है कि इमाम पाकिस्तानी वाट्सएप ग्रुप पर चैटिंग करता था. एटीएस उसे गिरफ्तार करके किसी गोपनीय स्थान पर पूछताछ कर रही है.
एटीएस को इनपुट मिले थे कि इमाम एक पाकिस्तानी वाट्सएप ग्रुप से जुड़ा हुआ है. उस पर वह चैटिंग करता था. हालांकि कुछ दिन पहले उसने पाकिस्तानी ग्रुप छोड़ दिया था. फिलहाल एटीएस उसके मोबाइल रिकॉर्ड की जांच कर रही है. उसके डिवाइस से मिले ऑडियो और चैट में जिहादी प्रचार सामग्री होने की बात सामने आई है.एटीएस इमाम के संपर्कों, वित्तीय लेन-देन और व्हाट्सएप ग्रुप के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है.
संदिग्ध फंडिंग और विदेशी हैंडलर्स से संबंधों की भी जांच की जा रही है. इमाम के पाकिस्तानी ग्रुप में जुड़े होने और चैटिंग करना सहारनपुर के आतंकी कनेक्शन की पुष्टि कर रहा है. बता दें कि देवबंद और सहारनपुर से कई बार आतंकी गतिविधियों से जुड़े लोग पकडे़ जा चुके हैं.
गंगोह इलाके के गांव के रहने वाला इमाम दोपहर में सामान खरीदने के लिए कस्बे में आया था. वहां से लौटने के लिए वह तीतरों अड्डे से बस में बैठा था. रास्ते में एटीएस ने इमाम को बस से उतार लिया और उसे अपने साथ ले गई.
एटीएस की पूछताछ में इमाम ने बताया कि उसे किसी ने ग्रुप में जोड़ा था. कुछ दिन पहले उसे पता चला कि यह पाकिस्तानी ग्रुप है तो उसने लेफ्ट कर लिया. एटीएस अब इमाम के मोबाइल का रिकॉर्ड खंगाल रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि कौन-कौन लोग उसके संपर्क में थे और इसमें कोई आतंकी संगठन तो नहीं है.
सूत्रों के मुताबिक वाट्सएप ग्रुप को पाकिस्तान में बैठे कुछ लोग चला रहे हैं, जो सोशल मीडिया का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कर रहे हैं. ग्रुप के जरिए युवाओं को भड़काने, फर्जी सूचनाएं फैलाने और भारत के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही थी.
इमाम की गतिविधियों पर काफी समय से नजर रखी जा रही थी. उसके मोबाइल फोन की निगरानी के दौरान पता चला कि वह लगातार ग्रुप में सक्रिय था. इतना ही नहीं, वह अक्सर ग्रुप में अन्य सदस्यों से भारत की सुरक्षा व्यवस्था, धार्मिक मुद्दों और संवेदनशील विषयों पर बात करता था. उसके फोन से कुछ ऑडियो क्लिप, वीडियो और चैट भी बरामद हुई हैं, जिसमें भारत विरोधी भावनाएं साफ देखी जा सकती हैं.
एटीएसअधिकारी ने बताया कि उसके पास से मोबाइल फोन, कुछ कागजात और अन्य डिजिटल डिवाइस जब्त की गई हैं. इन सभी सामग्रियों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, ताकि पता चल सके कि उसने और किन लोगों से संपर्क किया है और क्या भारत में भी कोई नेटवर्क सक्रिय है.
प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि इमाम न केवल ग्रुप में मौजूद था, बल्कि वह ग्रुप के अन्य सदस्यों को भारत में संपर्क विवरण भी देने की कोशिश कर रहा था. इस मामले में एटीएस ने कई और संदिग्धों की सूची तैयार की है, जिनकी जांच की जा रही है.
आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है और उसके मोबाइल फोन में मिले डेटा के आधार पर कई अन्य लिंक खंगाले जा रहे हैं. जरूरत पड़ने पर इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) को भी शामिल किया जा सकता है. इमाम के खिलाफ आईटी एक्ट, देशद्रोह और अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा.
जिस इमाम को एटीएस ने पकड़ा है उसका और उसके पिता का आपराधिक रिकॉर्ड भी है। पिता पर धोखाधड़ी और साजिश के आरोप समेत कई मामले दर्ज है, जबकि इमाम पर काफी साल पहले मारपीट और धमकी देने जैसी धाराओं में केस दर्ज हुआ था।
उधर, इमाम के पिता ने गंगोह थाने में अपहरण की तहरीर दी है. उन्होंने बताया कि स्कॉर्पियो सवार कुछ लोग उसके बेटे को जबरन बस से उतारकर अपने साथ ले गए. आशंका है कि उसके बेटे का अपहरण किया गया है. तहरीर पर जांच की जा रही है.