नई दिल्ली 01 मई। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं. इस बीच दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय खासकर अमेरिका सक्रिय हो गया है. अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बात की है. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने स्पष्ट किया कि उसने भारत और पाकिस्तान से तनाव नहीं बढ़ाने की अपील की है. पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद देश में पाकिस्तान के खिलाफ भीषण आक्रोश है. बताते चले कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी महमले में 26 लोग मारे गए थे। इनमें अधिकांश पर्यटक थे।
भारत के संभावित हमले के डर से घबराए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिका से गुहार लगाई है। शहबाज शरीफ ने बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उनसे भारत के गुस्से को शांत करने का आग्रह किया। शरीफ ने रुबियो से भारत को समझाने को कहा कि वह अपनी बयानबाजी में संयम बरते और पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के बीच भड़के तनाव के बीच जिम्मेदारी दिखाए।
ब्रिटेन, सऊदी, कतर और कुवैत ने शांति की अपील की
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच गंभीर तनाव का मुद्दा ब्रिटेन की संसद में उठा। ब्रिटेन सरकार ने दोनों देशों से शांति और बातचीत का आह्वान किया है। इसके अलावा सऊदी अरब, कतर, और कुवैत ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने के साथ शांति की अपील की है।
पाकिस्तान को भारत के हमले का डर
भारत ने इस हमले के लिए सीमा पार आतंकवाद को जिम्मेदार ठहराया है। इसके साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित करने समेत कई सख्त फैसले लिए हैं। पाकिस्तान ने इन आरोपों को खारिज किया है और तटस्थ जांच की मांग की है। हमले के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इस बीच भारत की मोदी सरकार ने सेना को ऑपरेशनल स्वतंत्रता दी है, जिसके पाकिस्तान घबराया हुआ है। पाकिस्तान को डर है कि भारत कभी भी उस पर सैन्य कार्रवाई कर सकता है। भारत के हमले से डरे पाकिस्तान ने अपनी सेना को अलर्ट पर रखा है और बॉर्डर क्षेत्र में डिफेंस एसेट भेज रहा है।
तनाव कम करने के लिए अमेरिका से मांगी मदद
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, बुधवार शाम को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने टेलीफोन किया, जिसके बाद शहबाज शरीफ ने अमेरिका से भारत पर बयानबाजी कम करने और जिम्मेदारी से काम करने का दबाव बनाने का आग्रह किया। शहबाज शरीफ ने रुबियो से भारत के उकसावे वाले व्यवहार को बेहद निराशाजनक और चिंताजनक बताया।
शरीफ ने रुबियो कहा कि भारत के उकसावे से पाकिस्तान का ध्यान केवल आतंकवाद को हराने के उसके चल रहे प्रयासों से हटेगा, खासकर आईएसकेपी (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत), टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) और बीएलए (बलूच लिबरेशन आर्मी) जैसे आतंकवादी समूहों से, जो अफगानिस्तान की धरती से काम कर रहे हैं।
भारत ने पाकिस्तान के लिए एयरस्पेस बंद किया
बुधवार देर रात भारत ने पाकिस्तान के लिए अपना एयरबेस बंद कर दिया। यानी पाकिस्तान की सभी तरह की फ्लाइट 23 मई तक भारतीय एयरस्पेस में नहीं उड़ सकेंगी। भारत ने पाकिस्तान के लिए नोटिस टु एयरमैन जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अगर कोई फ्लाइट इंडियन जोन में आती है, तो उस पर एक्शन लिया जाएगा। पाकिस्तान ने 23 अप्रैल को भारत के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने का फैसला लिया था।
यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी की हाई लेवल मीटिंग के बाद आया। यह मीटिंग एक घंटे चली।