नई दिल्ली 29 मई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि उडीसा में अगली भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक चार जून के बाद ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री हो जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा 75 से अधिक सीटें जीतकर राज्य में अगली सरकार बनाएगी।
ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हो रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री भद्रक लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत चांदबली में एक चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे। यहां उन्होंने दावा किया कि भगवा पार्टी ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में से 17 सीटें जीतेगी। उन्होंने सीएम नवीन पटनायक पर निशाना साधते हुए कहा कि 4 जून को नवीन बाबू मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। वे पूर्व मुख्यमंत्री हो जाएंगे। क्योंकि भाजपा ओडिशा में 17 लोकसभा सीटें और 75 विधानसभा सीटें जीतने के लिए तैयार है।
अमित शाह ने कहा कि भाजपा यह सुनिश्चित करेगी कि अगला मुख्यमंत्री उड़िया भाषा में पारंगत हो। वे राज्य की भाषा, संस्कृति और परंपरा को समझे। उन्होंने सीएम पटनायक पर वार करते हुए कहा कि “क्या ‘तमिल बाबू’ को पर्दे के पीछे से सरकार चलानी चाहिए। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि कमल के निशान को वोट दें। सीएम पटनायक के करीबी सहयोगी और बीजेडी नेता वी के पांडियन पर निशाना साधते हुए बोले कि एक अधिकारी नहीं राज्य में ‘जन सेवक’ को लाएं।”
उन्होंने कहा कि इसने देश के 80 करोड़ से अधिक गरीबों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया, लगभग 12 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया और गरीबों को 4 करोड़ पक्के घर उपलब्ध कराए, जबकि पटनायक सरकार हमेशा अपनी बात टालती नजर आई. अमित शाह ने कहा, “नरेंद्र मोदी की सरकार चावल वाली सरकार है, क्योंकि वह गरीबों को मुफ्त राशन दे रही है, जबकि नवीन बाबू की सरकार ‘झोले वाली सरकार’ है, क्योंकि वह राशन में केवल झोला जोड़ती है.”
उन्होंने आगे कहा कि “नवीन बाबू, आपको चावल की मात्रा बढ़ानी चाहिए थी. झोला गरीबों की भूख नहीं मिटा सकते, लेकिन अतिरिक्त राशन से उद्देश्य पूरा हो सकता था.” चुनाव के आखिरी चरण में भाजपा के प्रचार अभियान का नेतृत्व कर रहे अमित शाह ने नवीन पटनायक पर कई कटाक्ष किए और उन्हें पिछड़ेपन और गरीबी के साथ-साथ राज्य से युवाओं के पलायन के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी सवाल किया कि वह एक गैर-उड़िया व्यक्ति को अपना “उत्तराधिकारी” बनाने पर क्यों तुले हुए हैं.
अमित शाह ने नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी का जिक्र करते हुए कहा, “आज, नवीन बाबू ओडिशा पर एक तमिल मुख्यमंत्री थोपने की कोशिश कर रहे हैं. हमने नवीन बाबू को लंबे समय तक बर्दाश्त किया है, लेकिन हम आपके नाम पर एक तमिल बाबू को बर्दाश्त नहीं करेंगे.” दरअसल, बीजद नेता वी.के. पांडियन को नवीन पटनायक के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है.
उन्होंने आगे कहा कि इस बार ओडिशा में एक स्थानीय युवा व्यक्ति होगा, जो राज्य की बागडोर संभालेगा. उन्होंने कई रैलियों में दोहराया, “ओडिशा एक ऐसे मुख्यमंत्री का हकदार है, जो उड़िया हो, जो युवा हो और जो भगवान जगन्नाथ का भक्त हो. भाजपा जीतेगी और 25 साल बाद आखिरकार ओडिशा को एक उड़िया मुख्यमंत्री मिलेगा.