नई दिल्ली 30 सितंबर। दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिया जा रहा है। इसका एलान ट्वीट करके केंद्री मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया है। मिथुन को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार समारोह का आयोजन 8 अक्तूबर 2024 को होगा।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट साझा कर लिखा, ‘यह घोषणा करते हुए मुझे गर्व हो रहा है कि दादा साहब फाल्के चयन जूरी ने दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए यह पुरस्कार देने का फैसला किया है। 8 अक्टूबर को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा’।
16 जून 1950 को कोलकाता में जन्मे मिथुन दा बंगाली, हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़,ओडिया और भोजपुरी जैसी विभिन्न भाषाओं में 350 से अधिक फिल्में कर चुके हैं। तीन बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और दो बार फिल्मफेयर पुरस्कार जीत चुके हैं।
मिथुन चक्रवर्ती को पहला नेशनल अवॉर्ड उनकी डेब्यू फिल्म ‘मृगया’ के लिए मिला था। बुद्धदेव दासगुप्ता की बंगाली फिल्म ‘तहादेर कथा’ के लिए दूसरा नेशनल अवॉर्ड मिला। इस फिल्म में मिथुन ने फ्रीडम फाइटर की भूमिका निभाई थी।
तीसरा नेशनल अवॉर्ड फिल्म ‘स्वामी विवेकानंद’ के लिए मिला। इस फिल्म में मिथुन ने रामकृष्ण परमहंस की भूमिका निभाई थी। यह फिल्म किन्हीं कारणों से सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हो सकी। इसका प्रीमियर दूरदर्शन पर हुआ था।जनवरी 2024 में मिथुन चक्रवर्ती को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है।
मिथुन चक्रवर्ती की साल 1989 में 19 फिल्में रिलीज हुई थीं, जिनमें वो बतौर लीड एक्टर नजर आए थे। उनका ये रिकॉर्ड नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज करवाया था। इस बात को तकरीबन 35 साल हो गए हैं, लेकिन आज तक कोई भी एक्टर इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाया है। 1982 की फिल्म डिस्को डांसर हिंदी सिनेमा की 100 करोड़ कमाने वाली पहली फिल्म है।