शाहजहांपुर 27 मई। उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर से पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में स्थित पूर्णागिरि मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की बस के ऊपर शाहजहांपुर जिले में गिट्टियों (बजरी) से भरा डंपर ट्रक पलट जाने से हुए हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गयी है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में लोगों की मौत होने पर शोक संवेदना व्यक्त की।
गांव के जिन लोगों ने उन पर फूल बरसा कर उन्हें हंसते-मुस्कुराते विदा किया था, वही अब उनकी अर्थियां सजा रहे हैं’.ये अलफाज रोते-बिलखते उन परिवार के के हैं जिन्होंने हादसे में अपनों को खो दिया. जिला मुख्यालय से लगभग 30 किमी की दूरी पर सिधौली इलाका पड़ता है. यहां गांव जटहा पड़ता है. यहां के कई लोग शनिवार की रात प्राइवेट बस से मां पूर्णागिरि के दर्शन के लिए जा रहे थे. इस दौरान शाहजहांपुर के खुटार इलाके में गिट्ची से भरा एक ट्रक बस पर पलट गया. हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई. जबकि 9 लोग घायल हो गए. करने वाले में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. इनमें से मीना (30) पत्नी रामदास, सुधांशु (6) पुत्र रामदास, रामगोपाल (48), उसकी पुत्री रोहिणी (20), शिव शंकर (48) पुत्र सतनू, छोटकी (45), अजीत (12) और प्रमोद (38) और सोनवती (45) पत्नी केदारी जटहा के रहने वाले थे. बाकी के 3 दूसरे गांव के थे.
रविवार को इनके शव गांव पहुंचे तो हर कोई रो पड़ा. गांव के लोग उस मनहूस घड़ी को कोसने लगे जब वे यात्रा पर निकले थे. कोई बुजुर्ग अपना सिर पीट रहा था तो कोई रो-रोकर अचेत हो जा रहा था. हमेशा शांत रहने वाली गांव की गलियों में उस वक्त और भी चीख-पुकार मच गई, जब जब एक साथ सभी शव पहुंचे.
बताते हैं कि सिधौली में बस खड़ी थी. वहां से गांव के लोग धार्मिक यात्रा पर निकले थे. इसके बाद शाहजहांपुर में हादसा हो गया. जटहा निवासी सर्वेश ने बताया कि ढाबे पर बस रुकी और उसमें सवार लोग खाना खाने के लिए ढाबे पर चले गए. गर्मी अधिक होने के कारण कुछ लोग बस के किनारे बैठ गए. सर्वेश ढाबे से बाहर आकर बस में चढ़ ही रहा था कि गिट्टी लदा ट्रक बस पर पलट गया. इस पर तेजी से भागा. इस प्रयास में उसके हाथ में हल्की सी चोट आई. बस के अंदर दबे लोग चीख रहे थे और बचाने की गुहार लगा रहे थे.
सर्वेश के मुताबिक जो लोग बच गए उन्होंने मौत को बेहद करीब से देखा. बस में महिलाओं और बच्चों को मिलाकर कुल 93 लोग सवार थे. हादसे में 11 लोगों की पहले ही मौत हो गई थी. बाद में घायल लल्लू (60) उर्फ बिंद्रा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इससे मरने वालों की संख्या 12 हो गई. हादसे में जटहा के नौ जबकि मछरेहटा थाना क्षेत्र के गुरेनी गांव की सुमन देवी (36) पत्नी गंगाराम व उसका पुत्र आदित्य (8) की मौत हो गई. लल्लू पड़ोसी गांव का रहने वाला था. हादसे के शिकार अन्य परिवारों का रुदन देखकर गांव में जुटे सैकड़ों लोगों को दिल रोने को मजबूर हो गया.
दर्दनाक सड़क हादसे में जटहा निवासी वीरेंद्र, सोनावती, अवंतिका, सुशील, अमित, अजय, रामदास, शिवरानी, रितिक, कैलाश, हिमांशू, बालकिशन, बिट्टू, आदित्य, विजय कुमार, रामू, विजय, महरानी व विकास गंभीर रूप से घायल हो गए. अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है.
ग्रामीणों को दिलासा देने के लिए तहसील के अधिकारी, पुलिस फोर्स, राजनीतिक हस्तियों के अलावा समाजसेवी, आम लोग भी गांव पहुंचे थे. देर शाम सभी शवों का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया.