लखनऊ, 30 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में हुए हादसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित किया है।
आयोग इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर न्यायमूर्ति हर्ष कुमार की अध्यक्षता में गठित किया गया है। इसमें पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर आईएएस बीके सिंह को सदस्य बनाया गया है। साथ ही हादसे के कारण को लेकर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार की ओर से अलग से जांच कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के आश्रितों को 25-25 लाख रुपये का भी ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना दुखद है। मर्माहत करने वाली है। उन सभी परिजनों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है। कहते हुए मुख्यमंत्री का गला रुंध गया और वह रुआंसे हो गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग बीती रात से ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, अर्द्धसैनिक बल सभी मुस्तैद थे। जितनी भी व्यवस्थाएं हो सकती थीं, वहां पर तैनात किया गया है। परिणाम उसी का है कि हादसे के कुछ ही देर के बाद राहत कार्य के लिए प्रशासन व पुलिस ने ग्रीन कोरिडोर बनाकर एनडीआरएफ के स्वयंसेवकों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया है।
दोषियों को किसी सूरत में नहीं बख्शेंगे: सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे के बाद बुधवार को शाम कहा कि महाकुम्भ में हादसा भारी भीड़ द्वारा अखाड़ा मार्ग के बैरिकेडिंग को तोड़ने और उससे कूद कर जाने के कारण हुआ। इस हादसे में 30 लोगों की मृत्यु हुई है। 36 घायलों का प्रयागराज में उपचार चल रहा है। मृतकों के प्रति मेरी विनम्र श्रद्धांजलि है। मेरी संवेदनाएं हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना के दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।