asd ट्रेन में चोरी करने वाला बन गया था सरपंच, 20 साल बाद दबोचा

ट्रेन में चोरी करने वाला बन गया था सरपंच, 20 साल बाद दबोचा

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नई दिल्ली 19 जुलाई। पालम रेलवे स्टेशन पर रेल में चढ़ने के दौरान एक यात्री के ब्रीफकेस से करीब 50 लाख रुपये मूल्य के जेवरात गायब कर देने के मामले में शामिल आरोपित रोशन (62) को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है।

घटना के समय आरोपित की उम्र 42 साल थी। वारदात के चार माह बाद ही अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था फिर भी पुलिस इसे गंभीरता से ढूंढने की कोशिश नहीं की थी। इस दौरान कई बार वह हिसार के अपने कापरो गांव का सरपंच भी रहा। अब 20 साल बाद क्राइम ब्रांच ने उसे ढूंढ कर दबोच लिया है।

डीसीपी क्राइम ब्रांच सतीश कुमार के मुताबिक क्राइम ब्रांच की टीम को इसके बारे में पता लगाने में पांच माह लग गए। निरंतर प्रयास के बाद पुलिस को कामयाबी मिली। 2004 में सराय रोहिल्ला रेलवे थाने में दर्ज चोरी के मामले में वह वांछित था। मामला दर्ज होने के बाद 20 वर्षों से अधिक समय से वह अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था।

नौ जून 2004 को कोर्ट ने रोशन को भगोड़ा घोषित कर दिया था। छह फरवरी 2004 को साध नगर, पालम कालोनी के रहने वाले पवन कुमार ने सराय रोहिल्ला रेलवे थाना पुलिस को शिकायत कर आरोप लगाया था कि वह अपने परिवार के साथ एक शादी समारोह में जा रहे थे।

उनके पास एक ब्रीफकेस था जिसमें सोने और चांदी के आभूषण थे। उन्होंने जब परिवार के सदस्यों के साथ पालम रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की तब उसी बीच पांच-छह आरोपितों ने उन्हें घेर लिया था और उनके चारों ओर नकली भीड़ बना दी थी।

इस कारण वह उस कोच में नहीं चढ़ सके थे और उन्हें दूसरे कोच में चढ़ना पड़ा था। आभूषणों से भरा ब्रीफकेस उसके पास था। सभी आरोपित भी उसी कोच में चढ़ गए। कोच में आरोपित फिर से उनके आसपास इकट्ठा हो गए और ब्रीफकेस से गहने चुराने के बाद सभी शाहबाद रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन से उतर गए।

बाद में उन्हें किसी तरह को चोरी की भनक लगने पर जब उन्होंने शोर मचाते हुए चोरों का पीछा शुरू किया तब यात्रियों ने एक आरोपित राज कुमार को दबोच लिया था। रौशन व उसके अन्य साथी चोरी के गहनों के साथ भागने में सफल हो गए थे।

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