नई दिल्ली 26 फरवरी। क्राइम ब्रांच की साइबर सेल की टीम ने एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी यूट्यूब कर्मचारी बनकर लोगों को ब्लैकमेल कर ठगी करता था। आरोपी की पहचान राजस्थान के भरतपुर निवासी शाहिद के रूप में हुई है, जो खुद को यूट्यूब से राहुल शर्मा बताकर पीड़ितों को ब्लैकमेल करता था और उनके निजी वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड करने की धमकी देता था।
आरोपी व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए सैकड़ों लोगों के निजी वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद उन्हें ब्लैकमेल करता था और सेक्सटॉर्शन के लिए पैसे ऐंठता था। इसके अलावा वह पीड़ितों को कॉल कर खुद को ष्दिल्ली पुलिस के साइबर क्राइम से इंस्पेक्टर सुरेंद्र बताता था। इस तरह उसने 100 से ज्यादा लोगों को अपना निशाना बनाया था।
साइबर सेल के उपायुक्त आदित्य गौतम के अनुसार, एक व्यक्ति ने नवंबर 2022 में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल में शिकायत की थी कि राहुल शर्मा नाम का एक व्यक्ति खुद को यूट्यूब कर्मचारी बताकर उसे ब्लैकमेल कर रहा है। आरोपी ने पीड़ित को धमकी दी कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो उसका निजी वीडियो इंटरनेट मीडिया पर अपलोड कर दिया जाएगा।
इसके बाद पीड़ित ने पहले तो 3 लाख 61 हजार रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए, लेकिन इसके बाद भी उसे धमकियां मिलती रहीं। इसके बाद भी पीड़ित को अलग-अलग नंबरों से कॉल आने लगे, जिसके बाद उसने कुल 25 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
जांच में पता चला कि राहुल शर्मा पहले गिरफ्तार किए गए संदीप अग्रवाल के एजेंट के तौर पर काम कर रहा था, जिसने साइबर ठगी करने वाले गिरोह के साथ मिलकर पैसे ऐंठने की योजना बनाई थी।
शिकायत के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर जांच शुरू की और आरोपी शाहिद को हरियाणा के यमुनानगर से गिरफ्तार कर लिया।