नई दिल्ली 07 जून। 9 जून, 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीसरे शपथ ग्रहण समारोह में एक बार फिर पड़ोसी देशों की सरकारों के प्रमुखों के उपस्थित होने की संभावना है। देर शाम तक मिली जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने की पुष्टि कर दी है।
शेख हसीना और प्रचंड शुक्रवार (सात जून) को ही नई दिल्ली पहुंच रहे हैं। इसके अलावा मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को भी आमंत्रित किए जाने की संभावना है। भूटान, सेशेल्स और मॉरीशस के प्रधानमंत्रियों को भी आमंत्रण भेजा रहा है। इसके अलावा भी विदेश मंत्रालय की तरफ से कुछ और विदेशी मेहमानों को आमंत्रित किए जाने को लेकर देर शाम तक कोशिश हो रही थी।
पीएम मोदी ने अपने पहले शपथ ग्रहण समारोह (मई, 2014) में दक्षेस संगठन के सभी सदस्य देशों के प्रमुखों को आमंत्रित किया था। उस समय पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ भी भारत आए थे। पीएम मोदी के दूसरे शपथ ग्रहण समारोह में भी कुछ पड़ोसी देशों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया था।
चूंकि, इस बार चुनाव के नतीजे निकलने और सरकार बनाने की स्पष्टता आने के तीन दिनों बाद ही शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन हो रहा है, इसलिए ज्यादा विदेशी मेहमानों को आमंत्रित करने का समय नहीं है। ऐसे में पाकिस्तान व चीन के अलावा दूसरे अन्य पड़ोसी देशों व हिंद महासागर में स्थित दो करीबी पड़ोसी देशों मॉरीशस व सेशेल्स की सरकारों के प्रमुखों को ही आमंत्रित किया गया है।
यह पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों को मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को दिखाता है। यह भी ध्यान रहे कि मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू को चीन परस्त माना जाता है और उनकी कुछ नीतियां इस बात की गवाही भी देती हैं। इसके बावजूद भारत ने उन्हें आमंत्रित किया है।
नेपाल के पीएम प्रचंड और बांग्लादेश की पीएम के कार्यालय की तरफ से बताया गया है कि वे सात जून, 2024 को नई दिल्ली पहुंच रहे हैं। शेख हसीना पीएम मोदी के पहले के दोनों शपथ ग्रहण समारोह में भी उपस्थित थीं।