हरिद्वार 18 जून। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के तीन दिवसीय राष्ट्रीय चिंतन शिविर किसान महाकुम्भ का दूसरा दिन था. यूनियन की ओर से राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने साफ किया है कि यूनियन किसानों की समस्यायों को लेकर अभी कोई आंदोलन नहीं करने जा रही है. उन्होंने कहा यूनियन किसानों की मांगों को लेकर देश भर में पंचायतों का आयोजन करेगी. साथ ही संगठन को मजबूत करने का कार्य करेगी.
किसान महाकुम्भ के दौरान मंगलवार को राकेश टिकैत और अन्य किसानों ने किसानों की समस्याओं और मांगों को लेकर प्रधानमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री के नाम संबोधित एक 8 सूत्रीय ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट कुसुम पंवार को सौंपा. जिसे सिटी मजिस्ट्रेट ने उचित स्तर पर पहुंचाने का आश्वासन दिया. किसान महाकुम्भ में देश भर से बड़ी संख्या में शामिल होने के लिए किसान पहुंचे हैं.
किसान महाकुंभ के चिंतन शिविर में राकेश टिकैत ने कहा कि फसलों के दाम नहीं बढ़ने से किसानों को घाटा हो रहा है, जबकि फसल को उगाने में लागत लगातार बढ़ रही है। ऐसे में किसानों के हाथों में लागत भी नहीं आ रही है। मुनाफा तो बड़ी बात है।
कहा कि गन्ने के दाम सरकार पांच सौ रुपये प्रति क्विंटल करें। किसानों को उत्तर प्रदेश की तर्ज पर मुफ्त बिजली दी जाए। ऊर्जा प्रदेश होने के बावजूद भी उत्तराखंड के किसानों को बिजली निश्शुल्क नहीं दी जा रही है। किसानों की तरक्की कैसे होगी जब अन्नदाता को ही कोई नहीं पूछेगा। इस दौरान मुफ्त बिजली दिए जाने और सरकार पर इसका दबाव बनाने को लेकर रणनीति को लेकर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि किसान अपने हक के लिए उठे तभी सरकार सुनेगी। उन्होंने किसानों से एकजुट होकर अपने हकों के लिए सरकार से लड़ने का आह्वान किया। संगठन को गांव-गांव तक मजबूत बनाने की अपील की।
कहा कि किसान संगठन सरकार को हर मुद्दे पर घेरेंगे। तब तक सरकार के खिलाफ जाएंगे जब तक सरकार किसानों के बारे में सोचना शुरू नहीं करती। इस मौके पर भाकियू के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी, जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री, मुजफ्फरनगर के जिलाध्यक्ष विनय राठी, राजपाल त्यागी आदि मौजूद रहे।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा हमने 11 साल 11 सवाल लिए हैं. इस साल यही उसकी थीम है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा हमने दो 11 सवाल जो पूछे हैं उसके लिए कोई समय सीमा नहीं दी, अगर राजा न्यायपूर्ण होगा तो सवाल का जवाब दे देगा. उन्होंने कहा एनजीटी के नाम देश को लूटा जा रहा है. वाहनों को बंद किया जा रहा है. बिजली को प्राइवेट किया जा रहा है. एमएसपी गारंटी कानून को लागू नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा हमारे बहुत से सवाल हैं. उत्तराखंड हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर राकेश टिकैत ने कहा हेलीकॉप्टर की क्वालिटी सुधारनी चाहिए . उन्होंने अच्छी क्वालिटी के हेलीकॉप्टर लगाने की वकालत की.