Date: 23/12/2024, Time:

पीएम और विपक्ष के नेता दोनों ही महिलाओं का महत्व जानते हैं तो राजनीति में आरक्षण देने में देर क्यों

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केंद्र सरकार से नारी वंदन अधिनियम को फौरन लागू करने के साथ ही महिला आरक्षण की घोषणा करने की मांग लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा की गई। महिला कांग्रेस की 40वीं वर्षगांठ के मौके पर उन्हें मुबारकबाद देते हुए राहुल गांधी ने कि भारत जोड़ा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान उन्होंने ऐसी महिलाओं से मुलाकात की जो बदलाव के लिए दृढ़संकल्पित है। महिलाओं में प्रतिबद्धता भी देखी गई। अन्याय के खिलाफ महिलाओं की निडर आवाजें थी। इसलिए महिलाओं को जीवन में सार्थक अवसरों से वंचित करने का कोई कारण नजर नहीं आता है। हर जाति वर्ग धर्म की महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने की बड़ी आवश्यकता है। तो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना था कि नारी शक्ति ने आजादी की लड़ाई से लेकर अंतरिक्ष की उड़ान तक राष्ट्र निर्माण में बराबरी का योगदान दिया है। हम महिला अधिकारों के पक्षधर रहे हैं। महिला कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि वह महिला अधिकारों के लिए सड़क से संसद तक संघर्ष करे। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि हम अपनी वेबसाइट जारी कर रहे हैं जिससे देशव्यापी सदस्यता अभियान की शुरूआत हो रही है। महिला कांग्रेस सदस्यों को तीन दिवसीय लीडरशिप प्रोग्र्राम भी कराएगी।
अगर ध्यान से देखें तो महिलाओं को उनका अधिकार मिलना वक्त की सबसे बड़ी मांग हो गई है क्योंकि देश के हर महत्वपूर्ण कार्य में हिस्सा लेती रही महिलाएं दुनिया में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां वह अपना परचम फहराने में पीछे हो। सभी दलों के नेता और प्रमुख नागरिक महिला गौरव गाथा गाने के साथ ही उन्हें पूजनीय बताते नहीं थकते तो फिर उन्हें राजनीति में बराबर की हिस्सेदारी देने में देर क्यों जबकि अगर कुछ दशक का इतिहास देखें तो देश के उत्थान सहित अन्य क्षेत्रों में महिलाएं पुरूषों से पीछे नहीं रहे। पीएम नरेंद्र मोदी हमेशा महिलाओं का मान सम्मान बढ़ाने उन्हें उनके अधिकार सुविधाएं देने के मामले में अग्रणी भूमिका निभाते रहे हैं। अब जब देश के पीएम भी महिला हित की बात सोचते हैं और विपक्ष के नेता भी इस बारे में आवाज उठा रहे हैं तो ऐेसे में अब तक राजनीति सहित हर क्षेत्र में महिलाओं को आरक्षण देने की घोषणा हो जानी चाहिए थी। मगर देर से ही सही निर्णय के लिए कोई समय निर्धारित नहीं होता। पीएम साहब महिलाओं को आरक्षण देकर विपक्ष के नेता की एक मांग तो मान ही लीजिए। क्योंकि यह किसी एक दल की नहीं सभी दलों की महिलाओं के हित की बात है। और हमारे लिए पूजनीय मातृशक्ति का अधिकार सम्मान व आदेश हमेशा सर्वाेपरि रहा है। मुझे लगता है कि पीएम साहब जब नवरात्रों में हम माताओं की पूजा कर रहे हो उस समय आप भी यह घोषणा कर इस मौके की महत्ता को साकार कर दीजिए।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)

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