कानपुर 07 अगस्त। शहर के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र स्थित निजी अस्पताल में लैब टेक्नीशियन ने अपने सात-आठ परिचितों संग मिलकर दो डॉक्टरों को जमकर पीटा. पूरी घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी समेत करीब 7 से 8 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
उर्सला अस्पताल की इमरजेंसी में सोमवार को मोहम्मद कमल नाम का एनीमिया का मरीज डॉ. गौतम जैन के अंडर में भर्ती किया गया। शिफ्ट बदलने पर रात में डॉ. राहुल गायकवाड़ आए और वार्ड में राउंड लेने लगे। तभी मोहम्मद कमल का बेटा जबरदस्ती मरीज की छुट्टी करने की बात कहने लगा। इस पर डॉ. राहुल ने सीनियर डॉक्टर से बात करने के बाद ही छुट्टी की बात कही। डॉ. राहुल का आरोप है कि इसी बीच मरीज के बेटे ने किसी अंकित पांडेय और अन्य साथियों को अस्पताल बुलाया। वे लोग अस्पताल आते ही गालीगलौज करने लगे और डॉ. राहुल का कॉलर पकड़ लिया। इस पर डॉ. राहुल धक्का देकर हॉस्टल की तरफ भागे तो अंकित अपने 7-8 साथियों के साथ हॉस्टल में घुस गया और मारपीट करने लगा। इसके बाद उन्हें पकड़कर ब्लड बैंक तक घसीटते हुए लाए। आरोप है कि जेब में रखे रुपये भी लूट लिए। उसी दौरान बचाव के लिए सीनियर डॉ. प्रदीप मौर्या पहुंचे तो युवकों ने उन्हें भी पीटा। सिर पर डस्टबीन मारने से वे बेहोश हो गए।
डॉक्टरों से मारपीट होती रही, लेकिन परिसर में बनी उर्सला चौकी की पुलिस को भनक तक नहीं लगी। किसी की सूचना पर डॉयल 112 की गाड़ी अस्पताल पहुंची भी लेकिन सिर्फ एक युवक को हिरासत में ले सकी।
कमिश्नरेट पुलिस के अफसर ने बताया कि निजी अस्पताल में लैब टेक्नीशियन समेत अन्य कर्मी मरीज के भर्ती होने से पहले उनके इलाज का पूरा ठेका उठाते हैं. इस ठेका प्रथा को लेकर पुलिस ने कई बार आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भी भेजा है, लेकिन अस्पताल में यह सिलसिला लगातार जारी था. ऐसे में लैब टेक्नीशियन अंकित पांडे के खिलाफ भी बहुत समय से शिकायत मिल रही थी. इसका विरोध वहां के डॉक्टरों ने भी किया था. जिसके चलते अंकित ने मंगलवार को मौका पाकर डॉ राहुल गायकवाड़ को पहले आइसोलेशन वार्ड में पीटा. उसके बाद आरोपियों ने ब्लड बैंक में जाकर डॉ राहुल के अलावा डॉ प्रदीप मौर्या के साथ भी मारपीट की. अब इस गंभीर मामले में पुलिस जल्द सभी आरोपियों को अरेस्ट करेगी.
इस मामले में डॉक्टर राहुल गायकवाड़ ने लैब टेक्नीशियन अंकित पांडे समेत 7-8 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई तो मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने भी आरोपियों को पकड़ने के लिए पांच थानों की फोर्स भेज दी. पुलिस ने मौके से आरोपी अंकित पांडे को हिरासत में ले लिया है.
डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कि पुलिस को दबंगों द्वारा मारपीट के वीडियो मिल गए थे. उन्हीं को साक्ष्य मानते हुए पुलिस ने अपनी ओर से कार्रवाई की है. आरोपी अंकित पांडे समेत 7-8 अज्ञात के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है. डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने कहा कि जो वीडियो हमें मिला है, उसकी हम जांच भी करा रहे हैं.