वायनाड (केरल) 30 जुलाई। केरल के वायनाड में भारी बारिश के बाद भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन के चलते 100 से ज्यादा लोगों की मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है, लोगों को बचाने के लिए रेसक्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पहले बताया जा रहा था भूस्खलन से अब तक कुल 8 लोगों की मौत हुई है, इनमें तीन बच्चे भी शामिल थे। अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 84 हो गई। छह शवों को मेप्पडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 5 को एक निजी मेडिकल कॉलेज में लाया गया।
जिले के अधिकारियों ने बताया कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। कई इलाकों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। राज्य में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) विधायक टी सिद्दीकी ने सोशल मीडिय पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा, वायनाड जिला अधिकारी मुंडक्कई इलाके से लोगों को हवाई मार्ग से निकालने की योजना बना रहे हैं। फिलहाल, भूस्खलन में लापता और मृत लोगों के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। एनडीआरएफ के जवान उन जगहों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जिनका संपर्क कट गया है
मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने बताया कि सभी सरकारी एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में एकजुट होकर नागरिकों की मदद कर रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष खोला है और आपातकालीन फोन नंबर 9656938689, 8086010833 जारी किए हैं। इसके अलावा, वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर एमआई-17 और एक एएलएच सुबह साढ़े सात बजे सुलूर से उड़ान भरेंगे।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को वायनाड और भूस्खलन प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम भी वायनाड भेजी गई है। केएसडीएमए ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर मंगलवार तड़के भूस्खलन की जानकारी दी। इस पोस्ट के अनुसार, कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए वायनाड जाने का निर्देश दिया गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं। वर्तमान में प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान चल रहा है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बात की और वहां मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।’