बांदा 21 जून। लड़खड़ाई बिजली व्यवस्था से नाराज जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद बुधवार को रात करीब नौ बजे मुख्य अभियंता के दफ्तर पहुंच गए। जहां चीफ इंजीनियर आरिफ अहमद और राज्यमंत्री के बीच तीखी नोकझोंक हुई। मंत्री के साथ आए कुछ लोगों पर मुख्य अभियंता व बिजली विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ कक्ष में ही हाथापाई का भी आरोप है। आधे घंटे बाद राज्यमंत्री अपने समर्थकों के साथ निकल गए। इससे पहले सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के मोबाइल जमा करवा लिए गए थे। जिससे कोई भी व्यक्ति वीडियो न बना सके।
जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद शहर में ही आवास विकास कॉलोनी में रहते हैं। आए दिन बिजली की बिजली की आवाजाही से खुद उन्हें दो-चार होना पड़ रहा है। उनका आरोप है कि अरबों रुपये खर्च होने के बाद भी कहीं ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं तो कहीं केबल जल रहे हैं। इससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है। पैलानी क्षेत्र में बिजली की अव्यवस्था से जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद खासतौर पर नाराज थे। बुधवार की रात चीफ इंजीनियर के दफ्तर में हुए घटनाक्रम के बाद गुरुवार को सुबह से ही बिजली विभाग के अधिकारी ने लामबंद होने लगे।
मुख्य अभियंता कार्यालय में मंडल के सभी अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता व अन्य कर्मचारी इकट्ठा हो गए। करीब तीन घंटे तक बैठक चली और आंदोलन की रणनीति बनती रही। चर्चा रही कि राज्यमंत्री समेत उनके साथ आए लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को लेकर आंदोलन हो। लेकिन बाद में अधिकारी आंदोलन की बात से इंकार करने लगे और मारपीट की बात स्वीकार करने से बचते रहे।
विद्युत विभाग के अफसरों के साथ मारपीट के मामले पर प्रभारी निरीक्षक के नाम लिखी एक तहरीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें कहा गया है कि बुधवार की रात राज्यमंत्री अपने 15-20 साथियों के साथ मुख्य अभियंता कार्यालय पहुंचे, जहां राज्यमंत्री ने मुख्य अभियंता समेत वहां मौजूद एसई, एक्सईएन स्टोर, एक्सईएन नगरीय का मोबाइल छिनवा लिया और अभद्रता के साथ गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद मंत्री के साथ आए लोगों ने एक्सईएन स्टोर के साथ मारपीट शुरू कर दी। सहायक अभियंता भंडार व सहायक भंडारी को भी कार्यालय बुलवाया। उनके पहुंचते ही उनके साथ भी मारपीट और अभद्रता की गई और दबाव में रात में ही सामग्री निर्गत कराई गई। वायरल तहरीर में भंडार के एक्सईएन, एई और सहायक स्टोर इंचार्ज के हस्ताक्षर हैं और चार लोगों समेत अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है।