गोरखपुर 17 जून। लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में बीजेपी को मिली हार से बीजेपी संगठन से लेकर सरकार तक में हड़कंप मचा हुआ है. हार के कारणों की पड़ताल की जा रही है साथ ही उनका उपाय खोजा जा रहा है जिससे पार्टी को 2027 में विजय मिल सके. इसको लेकर प्रदेश भाजपा का संगठन अपनी रणनीति बनाने और आगे के चुनाव के लिए तैयारी करने में जुटा हो, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव परिणाम को लेकर काफी सजग दिखाई दे रहे हैं.
साल 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी और बेहतर प्रदर्शन के लिए गोरखपुर मंडल के पार्टी संगठन से लेकर यहां के विधायकों और सांसदों के पेंच कसने की शुरुआत कर दिए हैं. रविवार को गोरखपुर के एनेक्सी भवन में गोरखपुर मंडल के सभी सांसद और विधायकों के साथ बैठक कर बड़े साफ शब्दों में सीएम योगी ने कहा कि, लोकसभा चुनाव परिणाम की समीक्षा कीजिए. बीजेपी को मिले कम वोट का कारण जानिए. सबसे बड़ी बात नोटा का विकल्प चुनने वालों को भी चिन्हित करिए. जिन लाभार्थियों को मोदी और योगी सरकार से लाभ मिला उन तक फिर से पहुंच बनाइए. एससी बस्तियों में दस्तक दीजिए. जिससे विधानसभा चुनाव 2027 में बेहतर चुनाव परिणाम आ सके. नहीं तो थोड़ी सी लापरवाही का खामियाजा हम सभी को भुगतना पड़ेगा.
मुख्यमंत्री की इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में चार जिलों गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया और कुशीनगर के सांसद, विधायक शामिल रहे. जिसमें प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और गोरखपुर सांसद रवि किशन भी मौजूद रहे. दो केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी सांसद महाराजगंज और सांसद कमलेश पासवान इस बैठक में शामिल नहीं हो पाए. बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से लखनऊ के लिए रवाना हो गए. इसके साथ ही संघ प्रमुख मोहन भागवत से उनकी मुलाकात की संभावनाओं पर भी विराम लग गया.
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद सांसद गोरखपुर रवि किशन शुक्ला ने कहा कि, योगी जी यह चाहते हैं कि, हार के हर बिंदु पर, कम मिले मतों पर, संगठन के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि मिलकर समीक्षा करें. लोगों के बीच जाएं और यह जानने का प्रयास करें कि, आखिरकार इस चुनाव में बीजोपी को लोगों ने कम पसंद क्यों किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने नोटा के वोट को भी बड़ी गंभीरता से लिया. 2027 का विधानसभा चुनाव बीजेपी का होगा, हम सभी मिलकर सभी सीट जीतेंगे.
सीएम ने कहा कि, लोकसभा चुनाव 2019 में गोरखपुर सीट से भाजपा ने करीब 3.12 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की थी. लेकिन 2024 के चुनाव में जीत का अंतर एक लाख रह गया. ऐसे में मत प्रतिशत को लेकर बीजेपी को समीक्षा करनी है. गोरखपुर मंडल की चार लोकसभा सीटों पर पड़े नोटा के मतों की बात करें तो गोरखपुर सीट पर 7681 मत, देवरिया लोकसभा सीट पर 10212 मत, कुशीनगर लोकसभा सीट पर 9782 और महाराजगंज लोकसभा सीट पर 9745 मत नोटा के पड़े थे. इसको लेकर भी योगी ने कहा कि, इन नोटा के वोटरों की पहचान कर उनसे मिलिए और उनकी नाराजगी दूर कीजिए