नागपुर 12 जून। महाराष्ट्र के नागपुर जिले में पिछले महीने सामने आए हिट एंड रन मामले में बेहद ही चौकाने वाला खुलासा सामने आया है. इस मामले की जांच कर रही नागपुर पुलिस की जांच में पूरा केस हिट एंड रन के बजाय मर्डर का निकला है. नागपुर पुलिस ने हत्या की दिल दहला देने वाली साजिश का पर्दाफाश करते हुए मृतक पुरुषोत्तम पुत्तेवार की बहु समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक इस साजिश की पूरी मास्टरमाइंड मृतक की बहु ही है और उसने करीब 300 करोड़ रुपये की संपत्ति की लालच में यह साजिश रची.
दरअसल 22 मई 2024 को नागपुर के अजनी इलाके में हिट एंड रन का एक चौकाने वाला मामला आया था. इस घटना में दो कार सवारों ने पुरुषोत्तम पुत्तेवार नामक शख्स को उड़ा दिया था. इस घटना में 72 साल के पुरुषोत्तम पुत्तेवार की मौके पर ही मौत हो गई थी. पहले यह पूरा मामला हिट एंड रन का ही नजर आ रहा था, लेकिन जब नागपुर पुलिस ने इसकी तह तक जाकर जांच की और इस दौरान उन्हें जो सुराग मिले, उससे वह भी चौंक गई.
पुलिस की जांच में पूरा केस हिट एंड रन का नहीं, बल्कि इरादातन की गई हत्या की एक बड़ी साजिश का निकला. इसकी मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि मृतक की बहु अर्चना पुत्तेवार निकली. दरअसल पुलिस को अपने गोपनीय सूत्रों से जानकारी मिली थी कि मृतक पुरुषोत्तम पुत्तेवार की 300 करोड़ की संपत्ति को हासिल करने के लिए बहु अर्चना पुत्तेवार ने सबसे पहले अपने घरेलू ड्राइवर को पटाया और फिर उसकी मदद से एक गहरी साजिश रची. इसके लिए ड्राइवर के जरिये दो लोगों को 1 करोड़ रुपये और एक बार का लाइसेंस दिलाने का लालच देते हुए हत्या करने की सुपारी दी थी.
इसी साजिश के तहत 22 मई को आरोपी नीरज निम्जे और सचिन धार्मिक ने तेज रफ्तार कार से पुरुषोत्तम पुत्तेवार को उड़ा दिया. इस हत्या को जिस कार से अंजाम दिया गया था, वह कुछ ही दिन पहले खरीदी गई थी. कार खरीदने और आरोपियों को हत्या के बदले लाखों रुपये आरोपियों को बहु अर्चना पुत्तेवार ने ही दिए थे. जांच में यह भी सामने आया है कि अर्चना की इस साजिश में उसका भाई प्रशांत और उसकी पीए पायल भी शामिल थी. उन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि घरेलू ड्राइवर सार्थक बागड़े अभी फरार है.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी अर्चना पुत्तेवार सरकारी कर्मचारी है और वर्तमान में गढ़चिरौली में पोस्टेड थी. पुलिस के मुताबिक अर्चना पुत्तेवार ने पूछताछ में यह कबूला है कि पूरी साजिश उसने ही रची थी. हत्या के लिए इस्तेमाल की गई सेकंड हैंड कार को खरीदने और कार से उड़ाने वाले आरोपियों को उसने ही लाखों रुपए दिए थे.