नई दिल्ली 01 जून। भारत में अशांति और अस्थिरता फैलाने के लिए चीन कोई मौका नहीं छोड़ता। वह इसके लिए फेक न्यूज का सहारा भी लेता है। मेटा ने अब चीन से ऑपरेट किए जा रहे कई फेक फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट्स को हटा दिया है। इन खातों की मदद से फेक न्यूज चलाकर भारत में खालिस्तान के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश हो रही थी। फेसबुक और इंस्टाग्राम की स्वामित्व वाली कंपनी मेटा ने चीन के नापाक मंसूबों को भांप लिया और इन खातों को हटा दिया। कंपनी की ओर से विस्तार से बताया गया है कि कैसे पड़ोसी देश फर्जी खातों के सहारे भारत में माहौल खराब करने की कोशिशों में जुटा है।
मेटा ने करीब 60 ऐसी एजेंसी की पहचान की है और उन्हें नष्ट किया जिनमें ऐसे खाते शामिल हैं जिनमें भारत में होने वाले 2024 के आम चुनाव से पहले अफवाह फैलाने और भ्रमित करने वाले पोस्ट किए गए। इन फर्जी खातों के निशाने पर दुनियाभर के सिख थे। मेटा ने खालिस्तानी समर्थक 9 इंस्टाग्राम अकाउंट हटा दिए हैं। वहीं, फेसबुक पर 37 अकाउंट, 5 ग्रुप और 13 पेज डिलीट कर दिए हैं। कंपनी को पता लगा था कि इन अकाउंट्स के लिए गैरजरूरी और धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली सामग्री भेजी जा रही है। छेड़छाड़ वाले वीडियो और प्रॉपगैंडा तैयार करके माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है। मेटा ने ‘एडवर्सरियल थ्रेट रिपोर्ट’ में विस्तार से अपनी “समन्वित अप्रामाणिक व्यवहार” नीति के बारे में बताया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इन अकाउंट्स के निशाने पर भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, नाइजीरिया, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और यूके समेत कई देशों में रह रहे सिख थे। चीन के तिब्बत से भारत में माहौल खराब करने की कोशिश हो रही थी। वीडियो से छेड़छाड़ करके माहौल को ऐसा दिखाया जाता था कि जिससे तनाव बढ़ जाए। मेटा की ओर से दावा किया गया है कि साजिश के तहत इसे ऑपरेशन के का नाम दिया गया है। जिसका मकसद भारत और विदेश में रह रहे सिखों को अशांत करना है। भारत का माहौल खराब करने के लिए एआई एप के जरिए वीडियो एडिट किए गए हैं। बाद में इनको अपलोड किया गया है। मुख्यतः पंजाब में बाढ़, खालिस्तानी आंदोलन, निज्जर हत्याकांड आदि को लेकर भारत के खिलाफ ये अकाउंट प्रचार कर रहे थे।