नई दिल्ली 14 मई। जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर लोकसभा सीट पर सोमवार को मतदान के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। यहां 38 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 1996 के बाद सबसे अधिक मतदान है। इससे पहले 1996 में जम्मू-कश्मीर में इस सीट पर लगभग 41 प्रतिशत मतदान हुआ था। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के आर्टिकल-370 को निरस्त किए जाने के बाद श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र में पहला आम चुनाव हुआ।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, वहां सोमवार रात 11 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार 38 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्साहजनक मतदान के लिए श्रीनगर के मतदाताओं की सराहना की। उन्होंने कहा, “अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने से लोगों की क्षमता और आकांक्षाओं को पूर्ण अभिव्यक्ति मिल सकी है। यह जमीनी स्तर पर हो रहा है और यह जम्मू-कश्मीर के लोगों, विशेष रूप से युवाओं के लिए बहुत अच्छी बात है।”
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और राजनीतिक दलों ने श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को इस ऐतिहासिक मतदान के लिए बधाई दी। निर्वाचन क्षेत्र के कश्मीरी पंडित जम्मू में विशेष मतदान केंद्रों पर पहुंचे और उन्होंने सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मोर्चों पर अपने समुदाय के पुनर्वास के लिए मतदान किया। श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र के तहत श्रीनगर, गांदेरबल, पुलवामा जिले, बडगाम व शोपियां जिलों में 2,135 मतदान केंद्रों पर सुबह 7:00 बजे मतदान शुरू हुआ।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, पिछले 34 साल में इस निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक मतदान 1996 में हुआ था। उस समय लगभग 41 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था। बयान में कहा गया है कि 2019 में 14.43 प्रतिशत वोट पड़े थे, जबकि पिछले संसदीय चुनावों में यह आंकड़ा 25.86 प्रतिशत (2014), 25.55 प्रतिशत (2009), 18.57 प्रतिशत (2004), 11.93 प्रतिशत (1999) और 30.06 प्रतिशत (1998) था।
वहीं 2024 में श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में 18 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें 17,47,810 मतदाता हैं और मतदान प्रतिशत (अंतिम प्रतिशत आने के बाद बदलना होगा) शाम तक 36.88% रहा.
1. सेंट्रल शाल्टेंग – 26.43 प्रतिशत
2. चडूरा – 46.60 प्रतिशत
3. चार-ए-शरीफ – 53.23 प्रतिशत
4. चन्नपोरा – 22.97 प्रतिशत
5. ईदगाह – 26.81 प्रतिशत
6. गंदेरबल – 49.48 प्रतिशत
7. हब्बा कदल – 14.05 प्रतिशत
8. हजरतबल – 26.28 प्रतिशत
9. कंगन (एसटी) – 58.80 प्रतिशत
10. खान साहिब – 48.50 प्रतिशत
11. खानयार – 23.06 प्रतिशत
12. लाल चौक – 26.01 प्रतिशत
13. पंपोर – 38.01 प्रतिशत
14. पुलवामा – 43.39 प्रतिशत
15. राजपोरा – 42.80 प्रतिशत
16. शोपियां – 45.04 प्रतिशत
17. त्राल – 40.29 प्रतिशत
18. जादीबल – 27.52 प्रतिशत
कुल मिलाकर: 36.88 प्रतिशत रहा.
बताते चले कि श्रीनगर लोकसभा सीट पर तकरीबन 28 साल बाद रेकॉर्ड वोटिंग हुई है. सेक्शन 370 हटाए जाने के बाद यहां पर पहला आम चुनाव था. इस बार यहां पर लगभग 38 फीसदी वोटिंग हुई.