asd कश्मीरी पंडितों के कैंप तो जम्मू में लेकिन वोट डालेंगे कश्मीर के लिए

कश्मीरी पंडितों के कैंप तो जम्मू में लेकिन वोट डालेंगे कश्मीर के लिए

0

जम्मू 13 मई। पिछले दिनों जब जम्मू की चुनावी बयार देखने के लिए निकला तो कश्मीरी पंडितों के बारे में जानने की इच्छा हुई। जम्मू से थोड़ा बाहर जगती नाम की जगह पर कश्मीर से आए विस्थापितों की कॉलोनी है।
कॉलोनी में छोटे-छोटे फ्लैट बने हुए हैं और गेट के अंदर प्रवेश करते ही एक परचून की दुकान पर कुछ लोग खड़े मिले। चुनावी राजनीति और उनके हालात पर बात करने की कोशिश की तो पहले मना कर दिया। जगती के इस क्षेत्र में लगभग चार हजार कश्मीरी पंडितों के परिवार रहते हैं। इसके बाद जब कश्मीर आया तो पता चला कि यहां भी अभी कुछ परिवार रहते हैं।
ऐसे परिवार जो उस समय छोड़कर नहीं गए और रह गए जब उनसे पूछा कि वह क्यों नहीं गए तो उनकी आंखों में उल्टे दर्द भरे सवाल के अलावा कुछ नहीं दिखा। विस्थापित कश्मीरी पंडितों के कैंपों में वोट देने की व्यवस्था की जाती है और बाद में कश्मीर के उनके मूल निवास वाले लोकसभा क्षेत्र में जाते हैं और वहीं पर गिनती होती है। दिल्ली और जम्मू सहित देश में ऐसे लगभग एक लाख 32 हजार वोट हैं। जम्मू में जगती सहित अन्य केंद्रों पर ऐसे वोट लगभग 20 केंद्रों पर डाले जाते हैं। इनमें से सबसे ज्यादा वोट श्रीनगर लोकसभा में लगभग 50 हजार हैं। बाकी वोट बारामूला और अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र में हैं। इन तीनों लोकसभा क्षेत्रों में इस बार के लिए वोटिंग होगी। जम्मू के जगती जैसे कैंपों में रहने वाले ऐसे परिवार न तो प्रधान चुन पाते हैं और न ही और किसी प्रकार का स्थानीय नुमाइंदा यहाँ रहने वालों का एक सवाल यह भी है कि उनका वोट लेने वाले क्यां यहां कश्मीर से इतनी दूर आकर उनका कुछ विकास करेंगे।

हमें वापस लौटाया जाए
जगती के कैंप में रह रहे बिट्टू जी भट्ट का कहना है कि वह अभी जम्मू के जगती कैंप में रह रहे हैं। लेकिन पिछले लगभग 35 सालों में उनके कैंप कई जगह पर बदल चुके हैं। वह चाहते हैं कि सरकार उनके वोट तो वहां पर डलवा रही है लेकिन उन्हें अपने घरों में बसाने की प्रक्रिया भी शुरू की जाए। अब वह अपने घर लौटना चाहते हैं। जगदेव कुमार का कहना है कि कश्मीर में हमारी जमींदारी थी लेकिन अब यहां पर महज एक कमरे के फ्लैट में बूढ़े मां-बाप और बच्चों के साथ रहना पड़ता है।

बिट्टू भट्ट का कहना है कि कश्मीर में उनके घरों के आसपास उनके दोस्त भी थे। सभी अलगाववादी नहीं थे। आज भी वहां पर उनके दोस्त हैं और उनके साथ मिलना-जुलना लगा रहता है। हां उन्हें गिला भी है कि काश वहां के लोग साथ खड़े हो जाते तो चंद अलगाववादी तत्व उन्हें भगा नहीं पाते।

दुकानदार ब्रजमोहन बताते हैं कि एक रात में उनका सब कुछ बदल गया था। पूरे सामान छोड़कर वहां पर आ गए थे। व्रजमोहन भी चाहते हैं कि वह वापस अपने घर आएं। उनकी यादें उनके जेहन में हैं, चाहते हैं कि अपने गांव में फिर से सांस ली जाए। इन कैंपों की जगह अपनी जमीन नसीब हो। स्थानीय लोगों से नाराजगी की जगह तब की सरकारों से ज्यादा गुस्सा है।

युवाओं को वापस लाने के लिए पीएम पैकेज के कैंप
प्रधानमंत्री पैकेज के तहत लगभग छह हजार युवाओं को नौकरी मिली थी। कांग्रेस का दावा है कि यह उनकी सरकार के दौर में शुरू हुआ था तो वहीं भाजपा का कहना है कि इसे अंजाम तक उन्होंने पहुंचाया। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता संजय सराफ का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह योजना बनी थी। अब श्रीनगर में बडगाम में शेखपुरा, बेस्स अनंतनाग, मटन अनंतनाग, शोपियां हॉल, कुपवाड़ा और बारामूला में ऐसे कैंप है। यह युवा नौकरी तो पा गए हैं लेकिन अभी उनसे किए गए काफी वादे अधूरे हैं।

बताते चले कि चुनावी अधिकारियों ने मतदाता सूची का अंतिम पुनरीक्षण किया, जिसके परिणामस्वरूप पूरक कश्मीरी पंडित मतदाताओं को जोड़ा गया. ताजा जानकारी के अनुसार, जम्मू में कुल 16,338 कश्मीरी पंडित मतदाता वोट डालने के पात्र हैं, जिनमें 9,202 पुरुष मतदाता और 7,136 महिला मतदाता शामिल हैं.

कश्मीर क्षेत्र में श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए, 8.7 लाख महिलाओं सहित 17.4 लाख मतदाता सोमवार को 24 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर रहे हैं. एक ऐतिहासिक क्षण के लिए मंच तैयार है, जब भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने जम्मू में कश्मीरी पंडित (केपी) प्रवासी मतदाताओं के लिए स्थानीय अधिकारियों द्वारा दो सहायक सहित 21 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं. ये मतदान केंद्र ईसीआई द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करते हुए स्थापित किए गए हैं, जिसके तहत 1,500 से अधिक मतदाताओं के लिए दो ऐसे मतदान केंद्र स्थापित करना अनिवार्य है. 26 मतदान केंद्र विशेष रूप से कश्मीरी प्रवासियों के लिए नामित हैं.

Share.

Leave A Reply

sgmwin daftar slot gacor sgmwin sgmwin sgm234 sgm188 login sgm188 login sgm188 asia680 slot bet 200 asia680 asia680 sgm234 login sgm234 sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin asia680 sgmwin sgmwin sgmwin asia680 sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgm234 sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin ASIA680 ASIA680