देहरादून 10 मई। अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर आज केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए। जिसके बाद चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो गया। वहीं अब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के श्री कपाट खोले जाएंगे। इसके लिए तीनों धामों को भव्य रूप से सजाया गया है। सबसे पहले सुबह सात बजे केदारनाथ धाम के कपाट देश-विदेश के भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए गए। इसके बाद दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। केदारनाथ के कपाट खुलने के समय उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी धाम में मौजूद रहे।
शुक्रवार प्रातः चार बजे से मंदिर परिसर तथा दर्शन पंक्ति में यात्रियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। उसके बाद बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, रावल भीमाशंकर लिंग, मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह पुजारी, धर्माचार्य वेदपाठी तथा केदार सभा के पदाधिकारी तथा जिलाधिकारी डा. सौरभ गहरवार प्रशासन के अधिकारी पूरब द्वार से मंदिर पहुंच गये।
दर्शन के लिए यहां मंदिर समिति ने कुछ खास इंतजाम किए हैं. मंदिर के कपाट लगभग 13 से 15 घंटे तक खुले रहेंगे इस बीच भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकते हैं. सुबह शिवलिंग को स्नान कराकर घी से अभिषेक करने के बाद दीयों और मंत्र जाप के साथ आरती की जाएगी. भक्त आरती में शामिल होने और दर्शन करने के लिए सुबह गर्भगृह में प्रवेश कर सकते हैं.
दोपहर एक से दो बजे तक एक विशेष पूजा होती है जिसके बाद मंदिर के पट विश्राम के लिए बंद कर दिए जाते हैं. शाम पांच बजे मंदिर के कपाट एक बार फिर दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए जाते हैं. शाम 07:30 बजे से 08:30 बजे तक एक विशेष आरती होती है, जिसके दौरान भगवान शिव की पंचमुखी प्रतिमा का विधिवत श्रृंगार किया जाता है. भक्तगण केवल दूर से इसका दर्शन ही कर सकते हैं.
चारधाम यात्रा के सुव्यवस्थित सुचालन के लिए उत्तरकाशी में पुलिस ने यातायात प्लान तैयार कर दिया है। यह प्लान शुक्रवार से शुरू हो गया है। यातायात निरीक्षक राजेंद्र नाथ ने बताया कि ऋषिकेश से गंगोत्री धाम आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए रूट नरेन्द्रनगर, चम्बा, धरासू बैण्ड, उत्तरकाशी, गंगोरी, भटवाडी, हर्षिल, गंगोत्री रहेगा।
केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल 2024 से ही शुरु हो चुके हैं. जिसमें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 3 मई को बंद कर दिए गए हैं लेकिन 8 मई से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भक्तों के लिए शुरू कर दी गई हैं. जो लोग चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाए हैं वह हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.