नई दिल्ली 21 फरवरी। भारतीय मूल के सिंगापुर के 8 साल के अश्वथ कौशिक रविवार को स्विट्जरलैंड में बर्गडोर्फर स्टेडथॉस ओपन टूर्नामेंट में पोलैंड के चेस ग्रैंडमास्टर जासेक स्टोपा को हराकर क्लासिकल चेस में किसी ग्रैंडमास्टर को हराने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने. लोकल न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार सिंगापुर के लिए खेल रहे अश्वथ ने 37 साल के स्टोपा को हराया. पिछला रिकॉर्ड कुछ ही हफ्ते पहले बना था, जब सर्बिया के लियोनिड इवानोविच ने बेलग्रेड ओपन में बुल्गारिया के 60 साल के ग्रैंडमास्टर मिल्को पोपचेव को हराया था. इवानोविच की उम्र अश्वथ से कुछ महीने ज्यादा है.
फाइड वर्ल्ड रैंकिंग में दुनिया के 37,338वें नंबर के खिलाड़ी अश्वथ 2017 में सिंगापुर आ गए थे. उन्होंने जीत के बाद कहा, ‘मुझे अपने खेल पर और मैंने जैसा प्रदर्शन किया उस पर गर्व है. विशेषकर तब जब मैं एक समय बहुत खराब स्थिति में था, लेकिन वहां से वापसी करने में कामयाब रहा.’
अश्वथ ने कहा कि वह जिस तरह से खेले, उन्हें अपने खेल पर गर्व है। खासतौर पर एक समय वह बेहद बुरी स्थिति में थे और वहां से उन्होंने वापसी की। सिंगापुर चेस महासंघ के सीईओ और ग्रैंडमास्टर केविन गोह अश्वथ की सफलता से उत्साहित हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि पिता बहुत ज्यादा मदद करने वाले हैं, बेटा समर्पित है, स्कूल भी पूरी मदद करता है, निश्चित रूप से वह नैसर्गिक प्रतिभावान है।
गोह आशा करते हैं कि अश्वथ की सफलता कई और बच्चों को शतरंज अपनाने के लिए प्रेरित करेगी। अश्वथ की सफलता यह बताती है कि अगर आपके अंदर प्रतिभा है और आपको मदद मिल रही है तो शतरंज में एक युवा के सफलता पाने के अवसर काफी अच्छे हो जाते हैं। अश्वथ पहली बार सुर्खियों में तब आए थे जब वह 2022 में अंडर-8 में क्लासिक, रैपिड और ब्लिट्ज तीनों वर्गों में पूर्वी एशिया यूथ चैंपियन बने थे। अश्वथ के पिता श्रीराम कौशिक ने सोशल मीडिया पर लिखा कि बेटे की स्टोपा पर उलटफेर भरी जीत उनके जीवन का गौरवशाली क्षण है। गोह के मुुताबिक अश्वथ का अगला लक्ष्य अपनी रेटिंग को सुधारते हुए कैंडिडेट मास्टर्स का खिताब जीतना है।