हापुड़ 09 जनवरी। गांव सलाई में विवादित भूमि पर ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने किसान से फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर, नलकूप कनेक्शन दे दिया। भूमि पर हाईकोर्ट से स्टे था, फिर भी तथ्यों को छुपाया गया। इस मामले में पीड़ित ने फिर से कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, कोर्ट के आदेश पर तत्कालीन अधिशासी अभियंता, एसडीओ, जेई, लाइनमैन समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
कमालपुर निवासी नफीस अहमद ने बताया कि उनकी सलाई गांव में खेती की भूमि है। सलाई निवासी जावेद से इस भूमि पर विवाद चल रहा था। हाईकोर्ट से यथास्थिति का स्टे भी था। लेकिन जावेद ने फर्जी सहमति शपथ पत्र और कुटरचित दस्तावेज तैयार कराकर नलकूप कनेक्शन के लिए आवेदन कर दिया। इस संबंध में ऊर्जा निगम के अधिकारियों को मामले से अवगत भी कराया गया। लेकिन जेई ने हठधर्मिता दिखाते हुए उन्हें टरका दिया। इतना ही नहीं तथ्यों को छुपाकर जावेद को नलकूप का कनेक्शन भी दे दिया गया। जबकि विवादित भूमि की खसरा खतौनी में भी स्टे का आदेश दर्ज है। लेकिन अधिकारियों ने सांठगांठ करते हुए आवेदक को कनेक्शन दे दिया। इस मामले में अधिकारियों से फिर शिकायत की, लेकिन उसे संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर तत्कालीन अधिशासी अभियंता रमेश कुमार कृष्णानी (वर्तमान में अधीक्षण अभियंता), एसडीओ देवेंद्र कुमार यादव, अवर अभियंता लेखराज सिंह, लाइनमैन जोनी और जावेद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
बताते चले कि हापुड़ डिवीजन क्षेत्र के रेलवे रोड पर कनेक्शन में अनियमितता बरतने पर कुछ ही दिन पहले एसडीओ प्रथम रहे यशेंद्र सिंह व अवर अभियंता निलंबित किए गए थे। हालांकि अब दोनों बहाल हो गए हैं।