देश हो या विदेश धार्मिक प्रवृति के हर बहुसंख्यक की इच्छा होती है कि वो भगवान अमरनाथ शिवलिंग के दर्शन करें। अब अगर सब सही रहा तो जम्मू-कश्मीर के साथ साथ अब उत्तराखंड में भी अमरनाथ जैसे शिवलिंग के दर्शन करने और यात्रा का लाभ प्राप्त हो सकता है। एक खबर के अनुसार उत्तराखंड में नई संभावनाएं तलाशने हेतु बीते अप्रैल माह में एसडीआरएफ का बीस सदस्यीय दल नैलांग वैली की दुर्गम और अनछुई चोटियों को फतह करने निकला जिसमें नीला पानी क्षेत्र में 6.054 मीटर की अनाम चोटी को फतेह किया जिस पर आज तक कोई पर्वतारोहण दल नहीं पहुंचा था। इस चोटी पर बर्फ से बनी प्राकृतिक शिवलिंग की आकृति दिखाई दी। इसके बगल में बर्फ से बनी नंदी जैसी आकृति नजर आ रही थी। बताते चलें कि अमरनाथ में शिवलिंग करीब 3 मीटर की उंचाई पर है लेकिन नीला पानी में जिस पर्वत पर यह आकृति मिली यह करीब 6 मीटर की उंचाई पर है। और यह 4 मीटर से ज्यादा लंबी है। खबर के अनुसार गंगोत्री से दस किमी पहले लंका पुल से पहले नैलांग वैली के लिए मार्ग है। उस पर जाने की अनुमति जरूरी होती है। नैलांग से नीला पानी तक मोटर से पहुंचने के बाद यह टैªक शुरू होता है जिसमें चार किमी के बाद शिवलिंग जैसी आकृति के पास पहुंचा जा सकता है। एसडीआरएफ ने शिवलिंग जैसी आकृति खोजने की रिपोर्ट शासन को भेजी है। अगर ध्यान से देखा जाए तो यह एक बड़ी खबर है। इससे उत्तराखंड में भी अमरनाथ यात्रा शुरू होने से इनकार नहीं किया जा सकता। अगर यह शुरू हो जाती है तो कश्मीर में अमरनाथ यात्रा में दर्शनार्थियों की संख्या का बढ़ता भार कम हो सकता है। श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए आसानी से शुरू हो सकते हैं लेकिन अमरनाथ हो या नीला पानी दोनों जगहों पर जाने के लिए यात्रियों को मशक्कत करनी पड़ेगी। उत्तराखंड के सीएम पीएस धामी भी प्रयास कर नीला पानी क्षेत्र का विकास और आवागमन की सुविधाएं तैयार करें तो यहां पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा और सरकार की आमदनी का जरिया तो बनेगा। इस क्षेत्र का विकास होने से यहां के नागरिकों के जीवन में भगवान शिव की कृपा से खुशहाली का आगमन होगा। फिलहाल यह खुशखबरी ही कह सकते है। बाकी भविष्य में सामने आएगा।
(प्रस्तुतिः रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
अमरनाथ जैसी यात्रा उत्तराखंड में भी हो सकती है शुरू, बर्फ के शिवलिंग और नंदी जैसी प्रतिमा मिली
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