प्रयागराज 30 जून। इसौटा गांव में भीम आर्मी के अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर को पुलिस ने रविवार शाम जाने से रोका तो पार्टी कार्यकर्ता उग्र हो गए। करछना तहसील के हनुमानपुर मोरी से लेकर भड़ेवरा बाजार तक जमकर बवाल किया। आधा दर्जन से अधिक बसों, पुलिस की चार गाड़ियों समेत अन्य चार वाहनों पर पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया। बाजार के दुकानदारों से मारपीट की। राहगीरों से भी हाथापाई की गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो पथराव शुरू कर दिया गया। कई थानों की पुलिस के साथ ही पीएसी के जवान पहुंचे, लेकिन भीम आर्मी के कार्यकर्ता रह-रह कर पत्थरबाजी करते रहे।
आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव के बाद पुलिस अब बवालियों की धरपकड़ में जुट गई है. उनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. वहीं, बवाल के बाद मौके पर करीब 42 बाइक लावारिस हालत में मिलीं, जिन्हें पुलिस ने सीज कर दिया है. माना जा रहा है कि यह बाइक उपद्रव में आए युवकों की हैं, जो पुलिस के खदेड़ने पर बाइक छोड़कर ही भाग निकले.
फिलहाल, बाइकों के नंबर से पता लगाया जा रहा है कि ये गाड़ियां किन लोगों के नाम पर हैं. इन्हें नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. पुलिस के मुताबिक 50 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. फोटो/वीडियो के आधार पर धरपकड़ जारी है. जानकारी के मुताबिक पुलिस उपद्रवियों के खिलाफ NSA और गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
यमुनानगर DCP विवेक चंद्र यादव ने कहा कि आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के आगमन को लेकर पास के गांव में लोग इकट्ठा हुए थे. उसके बाद उपद्रवियों ने वहां मौजूद पुलिस बल पर पथराव किया और वाहनों में तोड़फोड़ की. फिलहाल अब स्थिति सामान्य है. वहीं चंद्रशेखर को पुलिस फोर्स की मौजूदगी में वाराणसी भेज दिया गया है. वहवाराणसी एयरपोर्ट से आज सुबह 9 बजे फ्लाइट से दिल्ली जाएंगे.
इसौटा गांव के रहने वाले देवीशंकर की 13 अप्रैल को आग से झुलसकर मौत हो गई थी। आरोप लगाया गया था कि उसे जलाकर मार डाला गया है। तहसील प्रशासन ने मृतक के स्वजन को जमीन का पट्टा, सरकार से आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया था। लेकिन इधर कुछ दिन पहले भीम आर्मी के स्थानीय नेताओं ने यह कहा कि मृतक के स्वजन को कोई सहायता नहीं दी गई है।
मामला पार्टी के अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर रावण के पास पहुंचा तो रविवार को देवीशंकर के घरवालों से मुलाकात करने की बात कही गई। सुबह से ही देवीशंकर के घर के पास बड़ी संख्या में भीम आर्मी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ता एकत्र होने लगे। दोपहर में सांसद चंद्रशेखर रावण सर्किट हाउस पहुंचे।
पुलिस अधिकारियों को पता चला तो वह सर्किट हाउस पहुंचे। कई थानों की पुलिस भी पहुंच गई। चंद्रशेखर रावण को इसौटा जाने से रोका गया। यह बात शाम करीब पांच बजे इसौटा में मौजूद कार्यकर्ताओं को पता चली तो वह बवाल करने लगे। वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस पहुंची तो पथराव करते हुए उनके भी वाहनों में तोड़फोड़ की। हालांकि, पुलिस बल ने स्थिति को जल्द ही नियंत्रण में कर लिया. अब बवालियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है. मौके पर फोर्स गई लगाई है . शांति व्यवस्था कायम है.