मुजफ्फरनगर 27 जून। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार ने एसडीएम सदर निकिता शर्मा के खिलाफ शासन को पत्र लिखा है। एसडीएम पर भूमाफियाओं के साथ मिलीभगत कर अवैध प्लॉटिंग कराए जाने का आरोप लगाया है। शासन ने मामले की जांच शुरू करा दी है।
पुरकाजी सुरक्षित सीट से रालोद के विधायक एवं कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार का कहना है कि सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस की है। भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोप लगाया कि एसडीएम सदर भूमाफियाओं से मिलकर जमीनों की अवैध प्लॉटिंग कराने का कार्य कर रही हैं। शिकायत के बाद शासन के उपसचिव की ओर से डीएम उमेश मिश्रा को पत्र लिखकर जांच रिपोर्ट मांगी गई है। जिला स्तर जांच शुरू हो गई है।
सपा सांसद ने एसडीएम के खिलाफ लिखा था पत्र
सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने इससे पहले एसडीएम सदर पर कॉल रिसीव नहीं करने का आरोप लगाते हुए डीएम को पत्र लिखा था। सांसद का पत्र काफी चर्चाओं में रहा था। मलिक का कहना था कि जनता के कार्येां के लिए उन्हें कॉल करनी पड़ती है, लेकिन एसडीएम सदर कॉल रिसीव नहीं करती।
पुलिस के बाद अब प्रशासन पर भी उछले आरोप
पिछले दिनों पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। थानों पर सवाल खड़े किए। इसी दौरान उनकी सुरक्षा हटाए जाने और फिर वापस लौटने का मुद्दा भी खूब गूंजा। पूर्व मंत्री की शिकायत के बाद शाहपुर थाने की हरसौली चौकी क्षेत्र में पुलिसकर्मियों पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। एक के बाद एक कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई भी की गई। पुलिस के बाद अब प्रशासनिक अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।
नहीं रहेंगे भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले : अनिल कुमार
कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले अधिकारी और कर्मचारी नहीं रहेंगे। अधिकारियों को जनता के काम करने होंगे। समस्याओं का समाधान करना होगा।
मेरे संज्ञान में नहीं पत्र : एसडीएम
एसडीएम सदर निकिता शर्मा का कहना है कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई पत्र नहीं है। जनवरी से यही बात कही जा रही है, लेकिन इस विषय में उनसे कुछ नहीं पूछा गया।