देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू कराए गए अंतरराष्ट्रीय 11वें योग दिवस पर आज पूरे विश्व में योग जागरूकता गोष्ठी व योग शिविर का आयोजन हुआ। इसी कड़ी में अपने देश में शिक्षा संस्थानों, सरकारी कार्यालयों व अन्य संगठनों ने योग दिवस पर गांव देहात से लेकर राजधानी दिल्ली तक में योग किया और निरोग रहने और परिवार को रखने का संकल्प भी दोहराया गया। साथियों आज का यह दिन अगर ध्यान से देखें तो अच्छे स्वास्थ्य और निरोगी जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आज जहां 11वां योग दिवस मना रहे हैं वहीं हर आदमी को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण विश्व संगीत दिवस भी मनाया जा रहा है। सब जानते हैं कि संगीत मरने जीवन में भी सांस फूंकने की क्षमता रखती है। आदमी स्वस्थ होगा तो बीमार नहीं होगा। वहीं एकादशी का व्रत भी आज सनातन धर्म को मानने वालों ने रखा। चिकित्सीय दृष्टिकोण व स्वास्थ्य क्षेत्र के लोंगों का कहना है कि सप्ताह में एक दिन का उपवास रखा जाए तो बीमारियां दूर हो सकती है। इसलिए कह सकते हैं कि आज का दिन हमारे स्वास्थ्य के लिए समर्पित रहा।
निरोगी रहने के संकल्प के साथ आज पीएम मोदी के साथ तीन लाख लोगांे ने योग किया। और स्वच्छ धरती अच्छा स्वास्थ्य एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य का समाज में योगदान मानवता के लिए अमूल्य योग देश की सांस्कृतिक गौरवशाली योग की परंपरा को कायम रखने और सूर्य नमस्कार जैसे आसन कर निरोगी रहने का संकल्प दोहराया गया।
प्रिय पाठको योग अगर देखें तो स्वस्थ समाज निरोगी काया अच्छी सोच को विकसित करने के साथ परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत करने में भी सक्षम है क्योंकि जब आपका शरीर बीमारियों से मुक्त होगा तो इलाज पर पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा और पैसा बचा रहेगा। अगर हम योग को आत्मसात कर मोटे अनाज का उपयोग बढ़ाएं शुद्ध पेयजल के साधन जुटाएं और नशा मुक्त समाज तैयार करें तो आपका जीवन सुरक्षित रहेगा। बताते हैं कि दुनिया में सर्वप्रथम योग की शुरूआत भगवान शिव के द्वारा की गई थी और संत महात्माओं ने जंगलों और नदियों के किनारे आश्रम बनाकर निरोगी रहने के लिए शिष्यों को इस बारे मंें प्रोत्साहित किया और इसका असर भी दिखाई देता है। वैसे तो कहा जाता है कि बिना गुरू ज्ञान नहीं लेकिन कई बार हम गुरू भी नहीं बना पाते और इसे सीखने के लिए अन्य माध्यम भी नहीं अपना पाते हैं तो इस बारे में मुझे इतना ही कहना है कि सोशल मीडिया पर बीमारियों से छुटकारे के लिए योग की जानकारी उपलब्ध है। आप उसे देखकर या औरों को देखकर भी योग कर सकते हैं। योग प्रथा भारत की प्राचीन और अमूल्य विरासत है। इसके नियमित अभ्यास से तन मजबूत और मन शांत रहता है। इसलिए योग को एक आसन ना समझ अपनी सोच और व्यवहार का अंग बनाएं। इसे अपनाकर जन जन तक पहुंचाए और उसे करने के लिए प्रेरित भी करे। एक नारा भी दिया भी दिया जाता है कि योग करे और रहे निरोगी। देश में सोशल मीडिया के प्रचलन से अब योग गुरू बाबा रामदेव के अतिरिक्त भी अनेकों योगाचार्य सामने आ रहे हैं और समाज को निर्मल सोच और स्वस्थ शरीर के लिए इसे अपनाने का संदेश दे रहे हैं। बताते हैं कि महिलाओं के लिए योग संजीवनी के समान है। उन्होंने होने वाली कई बीमारियां को दूर करने में योग का बड़ा योगदान है। योग के क्षेत्र में अब कारपोरेट जगत में रोजगार नजर आते है। प्रतिदिन लोग पार्कों और खुले स्थानों पर योग सिखाकर अपनी जीविका चला रहे हैं। नागरिकों को स्वस्थ बना रहे हैं। योग दिवस की सफलता के लिए यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ भी काफी प्रयासरत रहे।
योग में सूर्य नमस्कार, सूर्य स्नान के साथ ही साईकिल और नाव चलाने का मजा भी ले सकते हैं। आंखों की पुतलियां चलाने से जो योग होता है उसमें नसें कमजोर नहीं होती इससे आंखों की बीमारी ना होने की बात को भी नहीं नकारा जा सकता। यह काम शरीर की जाम हुई हडिडयों को भी खोलता और आपकी सोच और विचारों को निर्मलता प्रदान कर दूसरों के प्रति अच्छी सोच रखने का संदेश भी योग से मिलता है। एक बात यह भी है कि योग सबको प्रिय है लेकिन जबरदस्ती किसी काम को कराया जाए तो वो मन से नहीं करता इसलिए मेरा मानना है कि अगले साल 12वें योग दिवस को इवंेट बनाने से दूर रखा जाए। हर आदमी को यह संदेश दिया जाए कि वह जहां चाहे योग करे और सेल्फी योग कराने वाली संस्था को भेंजे।
(प्रस्तुतिः रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
इसे इवेंट बनाने से रोका जाए! पहली बार भगवान शिव ने दिया था योग का संदेश, ऋषि मुनियों ने इसके प्रति जागरूकता फैलाई, आज प्रधानमंत्री के आहवान पर 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया
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