लखनऊ, 18 जून। बंगाल की खाड़ी पर बने कम हवा के दबाव क्षेत्र से बन रही मौसमी परिस्थितियां पूर्वी मध्य यूपी में 48 घंटों के अंदर भारी और बहुत भारी बारिश करा सकती हैं। मौसम विभाग के अनुसार इस चक्रवाती स्थिति का असर बुधवार को बिहार और उसकी सीमा से सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में होगा। इसके बाद यह दायरा मध्य यूपी फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक पहुंच जाएगा।
मंगलवार को सूबे में सर्वाधिक बारिश आगरा में 33.8 मिमी दर्ज की गई। चुर्क में 20.8, वाराणसी बीएचयू में 10.8, बलिया में 10, बुलंदशहर में 2.0 और बांदा में 2.6 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार मानसून भी प्रदेश में सक्रिय हो रहा है। बारिश का सिलसिला लम्बा चलेगा। प्रादेशिक मौसम मुख्यालय के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून गुजरात, विदर्भ, एमपी होते हुए छत्तीसगढ़,ओडिशा, बंगाल, बिहार में आ चुका है।
इन जिलों में है भारी वर्षा की संभावना
सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, श्रावस्ती एवं आसपास के इलाकों में।
यहां है मेघगर्जन व वज्रपात की संभावना का ऑरेंज अलर्ट
प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच व आसपास के इलाकों में।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 18 जून की देर शाम से लेकर 19 जून के बीच प्रदेश के पूर्वी हिस्से से होते हुए यूपी में मानसून दाखिल होगा। इसके साथ ही 19 व 20 जून को प्रदेश में पूरब और पश्चिम के विभिन्न इलाकों में मध्यम से भारी मानसूनी बारिश के संकेत हैं । मौसम विभाग की ओर से बुधवार के लिए दक्षिणी हिस्सों वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर समेत तराई के कुल 13 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं पूर्वी यूपी के 22 जिलों में गरज चमक के साथ वज्रपात की संभावना का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज आदि में तेज झोंकेदार हवाएं चलने के आसार हैं।