बलिया 17 जून। बांसडीह सीएचसी पर तैनात रहे डॉ. वेंकटेश मौआर की वाराणसी में मौत हो गई. 5 दिन पहले उन्हें 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस टीम ने बांसडीह से गिरफ्तार किया था. बलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि ऐसी सूचना मिली है, कि बांसडीह सामुदियक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात प्रभारी चिकित्साधिकारी व्यंकटेश मौआर की वाराणसी जेल में हार्ट अटैक से मौत हो गई है.
डॉ. वेंकटेश मौआर बांसडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बतौर प्रभारी चिकित्साधिकारी तैनात थे. सीएचसी परिसर में संचालित प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के संचालक अजय तिवारी की शिकायत पर वाराणसी से आई विजिलेंस टीम ने ओपीडी कक्ष से 20 हजार रुपया घूस लेते हुए उन्हें गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्हें अपने साथ लेकर वाराणसी चले गए थे. गिरफ्तारी के बाद उन्हें वाराणसी कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था.
जानकारी के मुताबिक, जेल में तबीयत बिगड़ने पर उन्हें वाराणसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मौत हो गई. पुलिस व स्वास्थ्य विभाग द्वारा मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है. बता दें, कि मृत डॉक्टर बिहार के औरंगाबाद जिले में बरून थाना क्षेत्र के खैरा गांव के निवासी थे. वे बलिया शहर में किराए के मकान में पत्नी प्रिंयका मौआर और 17 साल के बेटे विनायक और 15 साल के वेदांत के साथ रहते थे.
इनके पास बांसडीह सीएचसी अधीक्षक पद के अलावा मनियर अस्पताल का भी चार्ज था. डॉ. मौआर विभिन्न अस्पतालों में भी तैनात रहे थे. उनके निधन की सूचना पर बांसडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की.