धुबरी 14 जून। असम के धुबरी में फिलहाल तनाव की स्थिति है। सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं। यह आदेश रात में लागू रहेगा। उन्होंने कहा कि एक सांप्रदायिक समूह अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। बता दें कि रविवार को धुबरी में एक मंदिर के पास मांस के टुकड़े पाए जाने के बाद तनाव की स्थिति बन गई थी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खुद धुबरी का दौरा किया है. उन्होंने लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा की और पुलिस को उपद्रवियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने के आदेश दिए हैं. असम के सीएम ने हालात बिगाड़ने वालों को देखते हुए गोली मारने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि धुबरी में मंदिरों को नुकसान पहुंचाने वाला एक कम्यूनल ग्रुप एक्टिव है. विवाद तब पैदा हुआ जब रविवार को धुबरी में एक मंदिर के पास मांस के टुकड़े मिलने के बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. उपद्रवियों ने कथित तौर पर सब्जी बेचनेवालों और ई-रिक्शा चालकों पर हमला किया. सोमवार को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए और लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिए गए. हालांकि, अगले दिन प्रतिबंध हटा लिया गया था.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने धुबरी में शूट-एट-साइट का आदेश जारी किया है. उन्होंने कहा कि इलाके में एक कम्युनल ग्रुप सक्रिय है जो मंदिरों को नुकसान पहुंचाने का इरादा रखता है. सरमा ने एक्स पर पोस्ट शेयर कर कहा, ‘धुबरी में एक विशेष समूह हमारे मंदिरों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से सक्रिय हो गया है. हमने देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए हैं.’ सीएम सरमा ने 13 जून 2025 को स्थिति की समीक्षा करने के लिए धुबरी का दौरा किया और लोगों को सरकार की पूरी मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा, ‘आज (शुक्रवार) गुवाहाटी पहुंचने के तुरंत बाद देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया जाएगा और रात में बाहर निकलने वाले या पत्थर फेंकने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.’ अभी तक ऐसे 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि धुबरी जिले में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया जाएगा और धुबरी में सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों ने कानून को अपने हाथ में लिया है, उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा.’ सरमा ने एक्स पर एक अन्य पोस्ट में लिखा, ‘मैंने धुबरी का दौरा किया और लॉ-एनफोर्समेंट के अधिकारियों को मंदिरों और पवित्र स्थानों को अपवित्र करने वाले तत्वों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी अपनाने का निर्देश दिया गया है. शहर के हनुमान मंदिर में गोमांस फेंकने की घटना कभी नहीं होनी चाहिए थी और इसमें शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.’ उन्होंने आगे कहा कि ‘नबीन बांग्ला’ नामक एक संगठन ने धुबरी को बांग्लादेश में शामिल करने की अपनी मंशा को उजागर करते हुए भड़काऊ पोस्टर लगाए हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल से हजारों मवेशी लाए गए हैं और धुबरी में एक नया गोमांस माफिया उभरा है, जिसने त्योहार से ठीक पहले हजारों जानवरों की खरीद की है. सरमा ने यह भी कहा कि 7 जून को ईद-उल-अजहा के बाद जिला मुख्यालय में हनुमान मंदिर के सामने एक गाय का सिर पाया गया था. हिंदुओं और मुसलमानों दोनों द्वारा शांति और सद्भाव की अपील करने के बावजूद एक बार फिर मंदिर के सामने गाय का सिर रखा गया और रात में पत्थर फेंके गए.
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे पूरी रात हनुमान मंदिर की रखवाली करेंगे. सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ‘हम समुदाय के एक वर्ग को इस तरह की गड़बड़ी करने की इजाजत नहीं दे सकते. हमारी सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और धुबरी को हमारे हाथ से जाने नहीं देगी.