मुजफ्फरनगर 07 जून। साइबर क्राइम थाना पुलिस व दूरसंचार विभाग की टीम ने तितावी थाना क्षेत्र के काजीखेड़ा में साइबर क्राइम के लिए बने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ करते हुए तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है जबकि, तीन मास्टरमाइंड फरार हैं। यह गिरोह विदेशी कॉल के नाम पर देशभर में लोगों को ठगी का शिकार बनाता था। गैंग के तार विदेशों में बैठे अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगों से भी जुड़े हैं।
यह गैंग अब तक 22 हजार से ज्यादा नंबरों पर कॉल करके 10 करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है। इनके खिलाफ मुजफ्फरनगर के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली समेत कई राज्यों में मामले दर्ज हैं।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया- साइबर क्राइम पुलिस को महाराष्ट्र पुलिस से सूचना मिली थी कि मुजफ्फरनगर के कुछ लोग एक महिला को एडिटेड अश्लील वीडियो के नाम पर ब्लैकमेल कर मोटी रकम मांग रहे हैं। इस इनपुट के आधार पर साइबर थाना पुलिस हरकत में आई और जांच शुरू की। एटीएस और टेलीकॉम विभाग की मदद से काजीखेड़ा स्थित इस अवैध टेलीफोन एक्सचेंज को पकड़ा गया।
मौके से मोसिन निवासी काजीखेड़ा, उसका बहनोई फिरोज निवासी मवाना (मेरठ) और सद्दाम हुसैन निवासी कम्हेड़ा थाना ककरौली को गिरफ्तार किया। इनके पास से 3 सिम बॉक्स, चार वाई-फाई राउटर, 7 मोबाइल फोन, 40 सिम कार्ड, एक लैपटॉप, दो एटीएम कार्ड सहित अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय कॉल के रूप में इस्तेमाल करते थे लोकल नंबर
एसएसपी ने बताया- गिरोह भारतीय मोबाइल नंबरों की कॉल को पाकिस्तान, वियतनाम, चीन, बेल्जियम, सऊदी अरब आदि देशों की अंतरराष्ट्रीय कॉल के रूप में प्रदर्शित करते थे। इससे कॉल करने वाले की पहचान छिपी रहती थी और उसे ट्रेस करना मुश्किल हो जाता था।
विदेशों से जुड़े हैं गिरोह के तार
गिरोह के तार विदेशों तक जुड़े हैं। आरोपी क्रिप्टो करेंसी के जरिए विदेशी मुद्रा प्राप्त करते थे, जिसे बाद में भारतीय रुपयों में एक्सचेंज कर लिया जाता था। पूछताछ में गिरोह के सरगना जुनैद का नाम सामने आया है, जिसके संबंध मवाना से लेकर महाराष्ट्र तक हैं। जुनैद की गिरफ्तारी के बाद पूरे नेटवर्क का खुलासा होने की उम्मीद है।
तीन मास्टरमाइंड अब भी फरार
एसएसपी के अनुसार, इस गिरोह के तीन मास्टरमाइंड अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। इस कार्रवाई के दौरान एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, एसपी देहात आदित्य बंसल और एसपी क्राइम इंदू सिद्धार्थ मौजूद रहे। एसएसपी ने पुलिस टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा भी की।