नई दिल्ली 06 जून। भारत के स्टार लेग स्पिनर पीयूष चावला ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। शुक्रवार को इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिये उन्होंने इसकी घोषणा की। पीयूष 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे। उन्होंने भारत के लिए पिछला मैच 2012 में खेला था। हालांकि, पीयूष को 2007 टी20 विश्व कप में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था। पीयूष ने अपने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, ‘कृतज्ञता के साथ इस अध्याय को अंत कर रहा हूं!! खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास ले रहा हूं। इस खूबसूरत यात्रा में आपके समर्थन के लिए आप सभी का धन्यवाद। पीयूष ने अपने पोस्ट में टीम इंडिया और आईपीएल की जर्सी में कई तस्वीरें भी साझा की हैं।
पीयूष ने लंबे से नोट को शेयर करते हुए लिखा, ‘मैदान पर दो दशक से ज्यादा समय बिताने के बाद, अब इस खूबसूरत खेल को अलविदा कहने का समय आ गया है। भारत का सर्वोच्च स्तर पर प्रतिनिधित्व करने से लेकर 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा बनने तक, इस अविश्वसनीय यात्रा में हर पल किसी वरदान से कम नहीं रहा है। ये यादें हमेशा मेरे दिल में बसी रहेंगी। आईपीएल की उन फ्रेंचाइजियों को दिल से धन्यवाद जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया – पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस। आईपीएल मेरे करियर का एक खास अध्याय रहा है और मैंने इसमें खेलते हुए हर पल को संजोया है।
पीयूष ने लिखा, ‘मैं अपने कोचों – श्री के.के. गौतम और स्वर्गीय श्री पंकज सारस्वत का दिल से आभारी हूं – जिन्होंने मुझे एक क्रिकेटर के रूप में विकसित किया और आकार दिया। मेरा परिवार इस सफर में मेरी ताकत और एक स्तंभ रहा है। परिवार का अटूट समर्थन सभी उतार-चढ़ावों के दौरान मेरी नींव रहा है। मेरे दिवंगत पिता का विशेष उल्लेख करना चाहूंगा। उनका मुझ पर अटूट विश्वास रहा और मेरे लिए रास्ता बनाया। उनके बिना यह यात्रा कभी संभव नहीं होती। मैं बीसीसीआई, यूपीसीए (उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन) और जीसीए (गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन) को भी धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे एक क्रिकेटर के रूप में खुद को विकसित करने और अभिव्यक्त करने के लिए मंच और अवसर प्रदान किए। आज मेरे लिए बेहद भावनात्मक दिन है, क्योंकि मैं आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों से अपने संन्यास की घोषणा करता हूं। भले ही मैं क्रीज से दूर हो जाऊं, लेकिन क्रिकेट हमेशा मेरे भीतर जिंदा रहेगा। अब मैं इस खूबसूरत खेल की भावना और सबक को अपने साथ लेकर एक नई यात्रा शुरू करने के लिए उत्सुक हूं।’
पीयूष चावला ने क्रिकेट में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में तीन मैच खेले और सात विकेट लिए। वनडे में उन्होंने 25 मैच खेले और 32 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/23 रहा। उन्होंने भारत के लिए सात टी20I भी खेले और चार विकेट लिए। आईपीएल में उन्होंने सबसे ज्यादा प्रभाव डाला। उन्होंने 181 मैचों में 179 विकेट लिए। वह आईपीएल के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। उनकी गेंदबाजी में हमेशा निरंतरता रही है। इस वजह से वे हर टीम के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे।