नई दिल्ली 23 मई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में पहले चरण के गैलेंट्री अवॉर्ड्स दिए। ये अवॉर्ड ड्यूटी के दौरान असाधारण बहादुरी, समर्पण और बलिदान देने वालों के सम्मान में दिए गए। राष्ट्रपति ने 6 कीर्ति चक्र प्रदान किए। इनमें 4 मरणोपरांत दिए गए। इस दौरान 33 शौर्य चक्र भी प्रदान किए गए। इनमें 7 मरणोपरांत दिए गए। यह वीरता पुरस्कार कर्मियों को अपने कर्तव्य के दौरान अदम्य साहस और बहादुरी दिखाने के लिए दिए गए। पुरस्कार पाने वालों में भारतीय सेना, सीआरपीएफ, एयर फोर्स और जम्मू कश्मीर पुलिस के सुरक्षा कर्मी शामिल हैं।
कीर्ति चक्र भारत का दूसरा सबसे बड़ा शांतिकालीन वीरता पुरस्कार है। राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में हुए समारोह में पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहे।
कीर्ति चक्र से कौन-कौन हुए सम्मानित?
राष्ट्रपति ने मेजर मल्ला राम गोपाल नायडू और मेजर मंजित को कीर्ति चक्र से नवाजा, जबकि राइफलमैन रवि कुमार, कर्नल मनप्रीत सिंह, पुलिस उपाधीक्षक हिमायूं मुजम्मिल भट और नाइक दिलवर खान को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति भवन ने बाद में अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में समारोह की तस्वीरें भी साझा कीं। पोस्ट में कहा गया है, ‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्नल मनप्रीत सिंह, सिख लाइट इन्फैंट्री, 19 राष्ट्रीय राइफल्स (मरणोपरांत) को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया। सितंबर 2023 में अनंतनाग जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान, उन्होंने अनुकरणीय नेतृत्व और वीरता का परिचय दिया, जिसके परिणामस्वरूप एक आतंकवादी को मार गिराया गया। भीषण गोलीबारी के दौरान उन्हें माथे पर एक घातक गोली लगी।’
इन्हें मिला शौर्य चक्र
राष्ट्रपति ने कुल 33 जवानों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया। इनमें राजपूत रेजिमेंट की 44वीं बटालियन राष्ट्रीय राइफल्स के विजय वर्मा, सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट विक्रांत कुमार, सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर/जीडी जेफरी हिंगचुल्लो, एयरफोर्स के विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन, स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार, जम्मू और कश्मीर पुलिस के स्पेशल पुलिस अधिकारी अब्दुल लतीफ, जम्मू कश्मीर राइफल्स की 5वीं बटालियन में शामिल सूबेदार संजीव सिंह जसरोटिया, 666 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन कर्नल पवन सिंह शामिल हैं। इसके अलावा लिस्ट में 56 राष्ट्रीय राइफल्स तोपखाना रेजिमेंट, नायब सूबेदार (अब सूबेदार) पी पाबिन सिंघा, 34 राष्ट्रीय राइफल्स के आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल मेजर साहिल रंधावा, पैराशूट रेजिमेंट वीएस निखिल, 34 राष्ट्रीय राइफल्स की मेजर त्रिपतप्रीत सिंह, लेफ्टिनेंट कमांडर कपिल यादव, सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट लखवीर, सहायक कमांडेंट राजेश पांचाल, सीटी/जीडी मलकीत सिंह, सूबेदार मोहन राम और आईएनएस कोलकाता के कमांडिंग ऑफिसर, कमोडोर शरद सिंसुन्वाल का नाम भी है।
इनके अलावा फ्लाइट लेफ्टिनेंट अमन सिंह हंस, सार्जेंट डाभी संजय हिफ्फाभाई, मेजर कुणाल, मेजर आशीष दहिया, हवलदार प्रकाश तमांग, मेजर सतेंद्र धनखड़, सहायक कमांडेंट एशेंथुंग किकोन और सूबेदार विकास तोमर, को भी शौर्य चक्र से नवाजा गया है, जबकि मेजर आशीष धोंचक, सिपाही प्रदीप सिंह, हवलदार रोहित कुमार, सीटी/जीडी पवन कुमार, श्री दीवान, विजयन कुट्टी जी और कैप्टन दीपक सिंह को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र दिया गया है।
वहीं, राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में कहा गया, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 48 राष्ट्रीय राइफल्स के सिग्नल कोर के कैप्टन दीपक सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया। अगस्त 2024 में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में उन्होंने असाधारण बहादुरी का परिचय दिया। घायल होने के बावजूद, वे आगे बढ़े और आतंकवादियों पर सटीक गोलीबारी की, जिससे आतंकवादी गंभीर रूप से घायल हो गया। वे अपनी चोटों के कारण वीरगति को प्राप्त हुए।