मुंबई 18 अप्रैल। मुंबई पुलिस ने एक रैकेट का पर्दाफाश कर दिया जो महिलाओं से गलत काम करवाता था। मुंबई पुलिस ने एक महिला दलाल को भी गिरफ्तार कर लिया है जिसने 4 युवतियों की डील करवाई थी। उसने एक युवती की डील 30 हजार में की थी। पुलिस ने चारों युवतियों को छुड़ा लिया है, और मेडिकल चेकअप के बाद उन्हें महिला सुधारगृह में भेज दिया गया है।
मुंबई की कालाचौकी पुलिस ने लिसीया प्रतिभा गोम्स उर्फ जेनी नाम की 25 वर्षीय महिला को गिरफ्तार किया है. वो इस रैकेट को चलाने वाली मुख्य एजेंट है. महिला एजेंट लिसीया प्रतिभा गोम्स उर्फ जेनी अपने ग्राहकों की मांग के अनुसार इन महिलाओं को दादर, कालाचौकी और नागपाड़ा जैसे इलाकों सहित मुंबई के विभिन्न होटलों में भेजती थी.
शहर में कई गिरोह सक्रिय रूप से ऑनलाइन सेक्स रैकेट चला रहे हैं. इस तरह के अवैध धंधों के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत कालाचौकी पुलिस को मीरा भायंदर इलाके में रहने वाली जेनी के बारे में खास जानकारी मिली.
पुलिस ने फर्जी ग्राहक बनकर महिला एजेंट जेनी से फोन पर संपर्क किया और 4 से 5 लड़कियों की मांग की. जेनी ने कथित तौर पर व्हाट्सएप के ज़रिए लड़कियों की तस्वीरें शेयर कीं और प्रति लड़की 30,000 की कीमत बताई. फोन पर डील फाइनल होने के बाद उसे बुधवार दोपहर करीब 3:30 बजे लालबाग इलाके के एक होटल में लड़कियों को लाने के लिए कहा गया. जेनी चार महिलाओं के साथ होटल पहुंची.
जब आरोपी महिला जेनी फर्जी ग्राहक के साथ सौदे पर बातचीत कर रही थी, तभी कालाचौकी पुलिस की टीम ने होटल पर छापा मारा और उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने मौके से चार महिलाओं को रेस्क्यू किया और पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया कि महिला आरोपी एजेंट जेनी ने विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों के दौरान उनसे संपर्क किया था और काम के अवसर प्रदान करके उन्हें देह व्यापार में फंसाया था.
आगे की जांच से पता चला कि जेनी प्रत्येक ग्राहक से लिए जाने वाले 30,000 में से 20,000 लड़कियों को देती थी और 10,000 खुद के लिए रखती थी.
बचाई गई लड़कियों को बाद में मेडिकल जांच के लिए भेजा गया और बाद में उन्हें महिला आश्रय गृह में भेज दिया गया.
छापेमारी के दौरान पुलिस ने नगद, पांच मोबाइल सिम कार्ड और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की. जांच में यह भी पता चला है कि जेनी कई लोगों के संपर्क में थी.