लोनी, 21 मार्च। लोनी बार्डर थानाक्षेत्र में गुरुवार को कलश यात्रा निकालने के दौरान विधायक नंद किशोर गुर्जर और उनके समर्थकों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हो गई। इस दौरान विधायक के कपड़े फट गए तो थाना प्रभारी हरेंद्र मलिक के साथ अभद्रता हुई। हंगामे के बाद विधायक लोगों के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए। हंगामा होने पर पुलिस ने यात्रा को जाने दिया। पुलिस ने मामले में वैधानिक कार्रवाई की बात कही है।
पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में कार्रवाई की बात कही है तो विधायक ने अन्न-जल त्यागने की घोषणा की है। संगम विहार स्थित कन्या डिग्री कॉलेज परिसर में गुरुवार को सात दिवसीय रामकथा का शुभारंभ हुआ। पहले दिन विधायक नंद किशोर गुर्जर ने क्षेत्र की महिलाओं के साथ दोपहर साढ़े तीन बजे कलश यात्रा शुरू की। पुलिस ने अनुमति न लेने और गैर परंपरागत आयोजन होने के चलते कलश यात्रा रोक दी। इस पर विधायक और उनके समर्थकों की पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई। विवाद बढ़ने के बाद पुलिस ने कलश यात्रा को जाने दिया। इसके बाद कलश यात्रा संगम विहार, राजीव गार्डन, लक्ष्मी गार्डन, इंद्रापुरी होते हुए आयोजन स्थल पर पहुंची।
विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि उन्होंने एसडीएम को कलश यात्रा निकालने की मंजूरी देने के लिए पत्र लिखा था। उन्होंने कमिश्नरेट समेत प्रदेश के आला अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने इन अधिकारियों को जेल नहीं भेजा तो वह अन्न और जल ग्रहण नहीं करेंगे। वह जमीन पर सोएंगे और फटे कपड़ों में रहेंगे। विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके बेटे नागेश के दोनों पैर तोड़ दिए और समर्थकों के साथ भी मारपीट की। महिलाओं से भी अभद्रता का आरोप लगाया।
डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी का कहना है कि एसीपी अंकुर विहार अजय कुमार सिंह को 19 मार्च को सूचना मिली कि विधायक नंदकिशोर गुर्जर के पुत्र हितेश गुर्जर गुरुवार को जुलूस निकालने वाले हैं। इस पर लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी ने बुधवार रात को हितेश गुर्जर और उनके समर्थक को फोन किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। गुरुवार सुबह थाना प्रभारी ने हितेश गुर्जर और विधायक नंद किशोर गुर्जर से बातकर जुलूस न निकालने का आग्रह किया। एसीपी अंकुर विहार ने भी विधायक से बिना अनुमति के जुलूस न निकालने का आग्रह किया। इसके बाद भी जुलुस रोकने पहुंची पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की गई।