जम्मू 05 मार्च। बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है। दरअसल, यात्रा को लेकर डेट जारी हो गई है। जी हां, अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी, जो 9 अगस्त तक चलेगी। उक्त फैसला श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की बैठक में लिया गया है।
बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार ने पवित्र श्री अमरनाथ गुफा तक बालटाल से रोपवे बनाने की योजना बनाई है। यह परियोजना देशभर में 18 धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर रोपवे निर्माण के व्यापक कार्यक्रम का हिस्सा है। वर्तमान में श्रद्धालु 38 किलोमीटर के पहलगाम मार्ग या 13 किलोमीटर के कठिन बालटाल मार्ग से पैदल यात्रा कर भगवान शिव के पवित्र हिमलिंग के दर्शन करते हैं। लेकिन रोपवे बनने से यात्रा अधिक सुगम हो जाएगी और श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ सकती है। 11.6 कि.मी. लम्बा होगा रोपवे: अधिकारियों के अनुसार प्रस्तावित रोपवे करीब 11.6 किलोमीटर लम्बा होगा, जो सरकार की 18 योजनाओं में सबसे बड़ा होगा। यह ट्रैकिंग, हेलीकॉप्टर, खच्चर और पालकी जैसी पारंपरिक व्यवस्थाओं का किफायती और सुविधाजनक विकल्प होगा।
इससे यात्रा का समय भी काफी कम हो जाएगा। यह रोपवे खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगों को आरामदायक यात्रा का विकल्प देगा। साथ ही श्रद्धालु हिमालय के अद्भुत नजारों का भी आनंद ले सकेंगे। सूत्रों के अनुसार सरकार ने इस योजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डी.पी.आर.) तैयार करने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। रिपोर्ट तैयार होने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इस पहल से न केवल श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम होगी बल्कि कश्मीर में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
अमरनाथ यात्रा हर साल लगभग 45 से 60 दिनों तक चलती है. पिछले साल यह 29 जून को शुरू हुई थी और 19 अगस्त यानी रक्षाबंधन के दिन तक चली थी. पहलगाम मार्ग से 48 किमी की यात्रा होती है, लेकिन यह काफी आसान होती है. जबकि बालटाल मार्ग से सिर्फ 14 किलोमीटर का सफर करना होता है, लेकिन इसे काफी कठिन मार्ग माना जाता है.
पिछले साल अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल से शुरू हो गए थे. ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से रजिस्ट्रेशन लिए गए. इस बार भी इसी तरह की तैयारी है. बैठक की अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन और जम्मू कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने की जिसमें जम्मू कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात, मुख्य सचिव अटल ढुल्लू समेत कई बड़े अधिकारी भी शामिल थे.