मध्य प्रदेश सरकार में वरिष्ठ मंत्री राजनेता पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे श्री पहलाद सिंह पटेल ने बीते दिनों राजगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें स्वंत्रतता सेनानी अवंतिका बाई से प्रेरणा लेनी चाहिए कि उन्होंने देश के लिए प्राणों की आहूति दी थी हमें उनके जीवन में मूल्यों को अपनाना चाहिए हमारा जीवन सफल हो जाएगा उक्त शब्द मंत्री जी ने तब कहे जब वो जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे। उन्होंने कहा कि मंच पर आने पर नेताओं मंत्रियों को मालाऐं पहनाई जाती है और फिर तमाम मांग पत्र थमाये जाते है यह अच्छी आदत नहीं है। हमें लेने की बजाए देने की मानसिकता विकसित करनी होगी। मंत्री पहलाद पटेल का उक्त बयान तब आया है जब चुनाव जीतने के लिए सभी राजनीतिक दलों के बीच मुफ्त की रेबड़ियां बांटने की होड़ लगी हुई है। अब सबसे पहले बात तो यह कि यह सब देश की सत्ता संभाल रहे प्रमुख नेताओं की देखरेख में हो रहा है और मध्य प्रदेश में भी इसी दल की सरकार है इसलिए ऐसा भी लगता है कि शायद मंत्री जी अपनी ही पार्टी की नीतियों से बगावत कर विरोध पर उतारू है। दूसरी तरफ मंत्री जी शायद ये भूल गये कि जब चुनाव होते है और उन जैसे नेता लड़ते है तो एक प्रकार से घर घर जाकर वोट की भीख मतदाता से मांगते है लेकिन देश का आम आदमी उनके बारे में कभी ऐसा नहीं सोचता। उन्हें आदर सम्मान देते है। पहलाद सिंह पटेल जी आप शायद भूल रहे है कि जनता आपसे भीख नहीं अपना वो अधिकार मांगती है जिसको देने का वायदा आपके द्वारा चुनावों के दौरान विभिन्न मंचों से करने के साथ ही व्यक्तिगत किया जाता है। अब रही बात अवंतिका बाई लोधी जी की तो वो तो त्याग बलिदान और साहस की प्रेरणास्रोत थी। उनका मुकाबला आप किसी भी मामले में कैसे कर सकते है। और अगर करना चाहते है तो पहले अपने पद के तहत आने वाली सभी सुविधाऐं और तनख्वाह त्याग कर जनसेवा के दृष्टिकोण से राजनीति में काम करे तो ही देश का भला होगा और यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी का सपना साकार। और मंत्री जी आप शायद भूल रहे है कि आम आदमी जब अपनी परेशानियां उन्हें बताता है या मांग पत्र देता है तो मोदी जी जैसे अच्छे नेता उसे खुश होते नाराज नहीं क्योंकि उन्हें जन समस्या की जानकारी इससे ही प्राप्त होती है।
मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल के उद्बोधन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे जनता से अपने उद्बोधन के दौरान ये कहते हुए नजर आ रहे हैं कि जनता को सरकार से भीख मांगने की आदत पड़ गई है। उनके इस बयान के कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं और कई लोग इसे विवादित भी बता रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि लोगों की ये समाज से लेने की जो आदत है, अब तो सरकार से भीख मांगने की आदत लोगों की पड़ गई है। नेता आते हैं तो एक टुकड़ा तो कागज मिलते हैं उनको मंच पर ही माला पहनाएंगे और एक पत्र पकड़ा देंगे, ये अच्छी आदत नहीं है। लेने की बजाय देने का मानस बनाइए। मैं दावे से कह सकता हं, फिर आप भी सुखी होंगे और एक संस्कारवान समाज को आप खड़ा करेंगे। ये भिखारियों की फौज इकट्ठा करना समाज को मजबूत करना नहीं है। बल्कि समाज को कमजोर करना है। हम मुफ्त की चीजों के प्रति आकर्षण रखते हैं, ये वीरांगनाओं का सम्मान नहीं हैं।
पटेल बोले, किसी शहीद का सम्मान तब है, जब उसके चरित्र के साथ हम जीने की कोशिश करें। ऐसे कोई शाहिद का नाम जानते हो, जिसने भीख मांगी हो। गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल के इस बयान की क्लिप सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर काफी तेजी से वायरल हो रही है, जिन्हें तेजी से वायरल किया जा रहा है।
दरअसल, कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल राजगढ़ जिले के सुठालिया में वीरांगना रानी अवंती बाई की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे।जहां उन्होंने वीरांगना रानी अवंती बाई से जुड़े उस इतिहास के बारे में भी बताया और उनकी वीरता की तारीफ भी की। लेकिन उसी दौरान उन्होंने अपने मन की बात साझा करते हुए सरकार द्वारा दी जा रही सेवाओं के लिए मांग पत्र को भीख मांगने की आदत भी बता दिया।
प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महामंत्री एवं मजीठिया बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य
मंत्री जी जनता भीख नहीं अधिकार मांगती है, मोदी जी को अच्छा लगता है यह प्रयास
0
Share.