शामली 12 फरवरी। मेट्रोमोनियल साइट के जरिए किए गए रिश्तों में कई बार झूठी जानकारी साझा कर लोगों को ठग लिए जाने के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. लेकिन इस बार उत्तरप्रदेश में तैनात एक महिला डिप्टी एसपी फर्जीवाड़े का शिकार हो गई. उनके साथ फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर शादी करने और लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यूपी के तेज तर्रार महिला पुलिस अधिकारी डिप्टी एसपी श्रेष्ठा ठाकुर ने जिस व्यक्ति आईआरएस अधिकारी समझकर शादी रचाई थी असल में वो एक ठग निकला है।
बता दें कि लेडी सिंघम के नाम से फेमस श्रेष्ठा ठाकुर मेट्रोमोनियल साइट के जरिए रोहित राज नाम के शख्स से मिली थी। उसने खुद को 2008 बैच का आईआरएस अधिकारी बताया था और रांची में कमिश्नर के पद पर अपनी पोस्टिंग का दावा भी किया था। महिला अधिकारी ने जब इसे वेरीफाई किया तो रांची में इस नाम के अधिकारी की पोस्टिंग थी। ठग ने एक जैसा नाम होने का फायदा उठाया और रांची में पोस्टेड अधिकारी के नाम का इस्तेमाल किया गया।
साल 2008 में रोहित राज नामक एक शख्स सच में आईआरएस के लिए सिलेक्ट हुआ था। उसकी तैनाती रांची में बतौर डिप्टी कमिश्नर सही पाई गई थी। दरअसल ये सबकुछ मिलते-जुलते नाम की वजह से हुआ था, जिसके जरिए आरोपी ने श्रेष्ठा ठाकुर के साथ धोखाधड़ी की थी। जानकारी सही मिलने पर रोहित और श्रेष्ठा की शादी हो गई थी। लेकिन शादी के बाद जब सच सामने आया तो महिला पुलिस अधिकारी सन्न रह गई। उन्हें पता चल गया कि उनका पति कोई आईआरएस अधिकारी नहीं है, लेकिन शादी को बचाए रखने के लिए उन्होंने इस कड़वे घूंट को पीने का प्रयास किया था। लेकिन उनके पति की धोखाधड़ी की आदत बढ़ती गई। उन्होंने धोखेबाज से तलाक ले लिया। वो उनके नाम पर दूसरे लोगों से भी ठगी करने लगा। इससे तंग आकर डिप्टी एसपी ने गाजियाबाद के कौशांबी थाने में पूर्व पति के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
रोहित राज महिला पुलिस अधिकारी के तैनाती वाले जिलों में जाकर उनके नाम पर ठगी करने लगा। फिलहाल वो गाजियाबाद के कौशांबी थाना क्षेत्र में आकर रह रहा है। उसके द्वारा लोगों से ठगी करने की शिकायत लगातार मिलने लगी, तो परेशान होकर श्रेष्ठा ठाकुर ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की जांच की जा रही है। इसमें पैसों के धोखाधड़ी की बात भी सामने आई है। आरोपी ने महिला पुलिस अधिकारी से लाखों रुपए ठगे हैं।
बताते चलें कि पीपीएस अफसर श्रेष्ठा ठाकुर वर्तमान में शामली जिले में तैनात हैं। मूल रुप से उन्नाव की रहने वाली श्रेष्ठा गाजियाबाद में रहती हैं। उनकी जिन जिलों में पोस्टिंग होती है रोहित वहां अपना ठिकाना बना लेता है। इसके बाद उनके नाम और पद का दुरुपयोग करके लोगों से धन उगाही करता है। वह लोगों को बताता है कि श्रेष्ठा का पति है। इसकी वजह से लोग उसके झांसे में आ जाते हैं। मौजूदा समय में उसने गाजियाबाद में अपना ठिकाना बना रखा है।